दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 29 दिसंबर
हरियाणा में मंत्रिमंडल का विस्तार हुए 21 घंटे से अधिक हो चुके हैं लेकिन खट्टर सरकार मंत्रालयों का बंटवारा नहीं कर पाई है। नये मंत्रियों को दिए जाने वाले विभागों को लेकर पेच फंसा हुआ है। सबसे अधिक दिक्कत भाजपा कोटे से कैबिनेट मंत्री बने डॉ़ कमल गुप्ता के मंत्रालय को लेकर आ रही है। डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला जेजेपी कोटे से कैबिनेट मंत्री बने देवेंद्र सिंह बबली के मंत्रालय को लेकर फैसला कर चुके हैं। मंगलवार को देर रात इस बाबत सीएम और डिप्टी सीएम के बीच बातचीत भी हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि दुष्यंत ने अपने पास से बबली को दिए जाने वाले विभाग के बारे में सीएम को सूचित कर दिया है। इतना ही नहीं, जेजेपी कोटे से कैबिनेट में बतौर राज्य मंत्री शामिल अनूप धानक को भी प्रमोट किया जाएगा। उनके पास अभी तक पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का स्वतंत्र प्रभार था, जबकि श्रम एवं रोजगार विभाग में वे दुष्यंत के साथ संबद्ध थे।
बताते हैं कि देवेंद्र सिंह बबली को विकास एवं पंचायत तथा खाद्य एवं आपूर्ति में से कोई एक विभाग दिया जा सकता है। पुरातत्व एवं संग्रहालय भी देवेंद्र को मिल सकता है। वहीं अनूप धानक को श्रम एवं रोजगार विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया जाता सकता है। साथ ही, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग में दुष्यंत चौटाला, अनूप धान को अपने साथ अटैच कर सकते हैं। इधर, डॉ़ कमल गुप्ता को दिए जाने वाले विभागों पर भाजपा अभी तक निर्णय नहीं कर पाई है। बताते हैं कि उन्हें पब्लिक हेल्थ देने की योजना थी, लेकिन डॉ़ कमल गुप्ता इससे सहमत नहीं है। ऐसे में उन्हें वित्त या शहरी स्थानीय निकाय विभाग में से कोई दिया जा सकता है। वित्त और पब्लिक हेल्थ वर्तमान में सीएम के पास हैं जबकि शहरी स्थानीय निकाय अनिल विज के पास है। बताते हैं कि विज यह विभाग छोड़ने के लिए भी राजी है। इससे भी बड़ा विभाग दिए जाने को लेकर भाजपा में अंदरखाते संग्राम छिड़ा हुआ है।