दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 मई हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं एवं प्रदेश पदाधिकारियों की 2 दिवसीय बैठक हिसार में होगी। पार्टी ने निकायों एवं पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों की रणनीति तय करने के लिए 27 व 28 को हिसार में बैठक बुलाई है। पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, सीएम मनोहर लाल खट्टर के अलावा सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। बैठक में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, सभी सांसद, प्रदेश पदाधिकारी व प्रदेश कार्यकारिणी के अलावा बोर्ड-निगमों के चेयरमैन व सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के संयोजक मौजूद रहेंगे। सोमवार को प्रदेश में निकाय चुनावों का ऐलान होगा और इसके 4 दिन बाद ये बैठकें होंगी। निकाय चुनाव भाजपा अपने सिम्बल पर लड़ेगी। माना जा रहा है कि बैठक में जजपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने या फिर अकेले लड़ने के लेकर भी मंथन होगा। 29 को सीएम सिरसा रैली में भाग लेंगे। इससे पहले हुए 3 नगर निगमों पंचकूला, अंबाला सिटी व सोनीपत, रेवाड़ी नगर परिषद व तीन पालिकाओं सांपला, उकलाना व धारूहेड़ा के चुनाव भाजपा-जजपा गठबंधन मिलकर लड़ चुके हैं। दो हलकों बरोदा व ऐलनाबाद के उपचुनावों में भी दोनों पार्टियों ने मिलकर ताकत दिखाई थी। सूत्रों का कहना है कि दोनों ही पार्टियों में इन चुनावों को लेकर दो ग्रुप बने हुए हैं। एक ग्रुप मिलकर चुनाव लड़ने के पक्ष में है ते दूसरा अकेले लड़ने की दलील दे रहा है। हरियाणा कांग्रेस में हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद बदले राजनीतिक हालात, आम आदमी पार्टी की राज्य में बढ़ती सक्रियता के अलावा और भी कई राजनीतिक मुद्दों पर इस बैठक में विचार-विमर्श होगा। माना जा रहा है कि इस बैठक में राज्यसभा चुनावों के लेकर भी मंत्रणा हो सकती है। राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित हो चुका है। विधायकों की संख्या के हिसाब से एक सीट भाजपा तो दूसरी कांग्रेस के खाते में जानी अभी तक लगभग तय है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुदेश कटारिया ने कहा कि भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी व प्रदेश पदाधिकारियों की दो दिवसीय अहम बैठक 27 व 28 को हिसार में होगी। हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व सीएम मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में होने वाली इस बैठक में प्रदेश के सभी वरिष्ठ मंत्री और नेता शामिल रहेंगे। बैठक में राज्यसभा, निकाय व पंचायत चुनावों के अलावा रजनीतिक हालातों पर विचार-विमर्श होगा।