दिनेश भारद्वाज/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 23 दिसंबर
पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस पूरी तरह से कृषि कानूनों के खिलाफ है और किसान आंदोलन का समर्थन जारी रहेगा। इतना ही नहीं, उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह तुरंत तीनों कानूनों को रद्द करे और किसान आंदोलन को खत्म करवाए। सैलजा ने 31 दिसंबर की रात सिंघू बार्डर पर किसानों के बीच गुजारने का फैसला लिया है।
उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी किसान कैम्पों में रात्रि पड़ाव डालेंगे। बुधवार को चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में सैलजा ने कहा, ‘केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने देशभर में हस्ताक्षर मुहिम चलाई। हरियाणा से 6 लाख 14 हजार लोगों ने कानूनों के खिलाफ हस्ताक्षर किए हैं’। उन्होंने कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में बृहस्पतिवार को कांग्रेस का एक शिष्टमंडल नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा।
राष्ट्रपति को देशभर में चलाए गए हस्ताक्षर मुहिम की कॉपी सौंपी जाएगी ताकि उन्हें बताया जा सके कि पूरा देश इन कानूनों के खिलाफ खड़ा है। सैलजा ने मीडिया को हस्ताक्षर मुहिम की कॉपी भी दिखाई। इस दौरान पूर्व गृह राज्य मंत्री सुभाष बतरा, पूर्व श्रम एवं रोजगार मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामकिशन गुर्जर, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव डॉ़ अजय चौधरी व मीडिया इंचार्ज निलय सैनी मुख्य रूप से मौजूद रहे।
अंबाला में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के काफिले के घेराव को कांग्रेसियों की साजिश बताने के सरकार के आरोपों पर पलटवार करते हुए सैलजा ने कहा, ‘दिल्ली बार्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। जिलों में भी किसान अपने-अपने हिसाब से आंदोलन कर रहे हैं। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि हम किसानों के साथ खड़े हैं’। सैलजा ने कहा, ‘मुख्यमंत्री तो कह रहे थे कि बार्डर पर हरियाणा के 500 ही किसान हैं। अब अंबाला में उमड़े हजारों किसान भी उन्हें कांग्रेसी नज़र आ रहे हैं’।
भाजपा द्वारा एसवाईएल नहर निर्माण को लेकर सभी जिलों में किए एक दिन के ‘उपवास’ पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश सरकार कर रही है। नहर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला हरियाणा के पक्ष में आ चुका है। अब केंद्र सरकार को एजेंसी तय करके नहर का निर्माण करवाना है। इस तरह की ड्रामा करके भाजपा ने नहर के मुद्दे को कमजोर करने का काम किया है। अगर खट्टर सरकार को उपवास ही करना था तो केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ करना चाहिए था।
‘निकाय चुनावों में जीतेगी कांग्रेस’
पंचकूला, अंबाला सिटी व सोनीपत नगर निगम सहित सात निकायों में हो रहे चुनावों से जुड़े सवाल पर सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पहली बार निकाय चुनाव सिम्बल पर लड़ रही है। पार्टी के आम वर्करों के फीडबैक को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि निकाय चुनाव के नतीजे कांग्रेस के हक में होंगे। सैलजा ने कहा कि सिम्बल पर चुनाव लड़ने से कांग्रेस ग्रॉस रूट पर मजबूत भी होगी।