दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 14 नवंबर
हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दो दिन राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के बाद बृहस्पतिवार को सीएम नायब सिंह सैनी ने जवाब दिया। हंस-हंस कर उन्होंने जवाब देने का ऐसा अंदाज चुना जैसे मानो, ‘जैसा माहौल, वैसा मंजर… सीएम ने समेटा गुबार का समंदर।’
सीएम सैनी ने विपक्ष के विधायकों के नाम ले-लेकर सभी मुद्दों पर जवाब दिए। विपक्ष की मांग पर विधानसभा की अवधि एक दिन और बढ़ा दी गई। अब शीतकालीन सत्र 19 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कई मुद्दों पर उनकी ‘भिड़ंत’ भी हुई। कांग्रेस ने वॉकआउट करने की भी कोशिश की, लेकिन अपनी विशेष शैली के चलते नायब सिंह सैनी ने उन्हें वॉकआउट भी नहीं करने दिया।
हुड्डा को जिन बातों पर एतराज था, नायब सैनी ने उन्हें बीच में ही छोड़ दिया। लगभग ढाई घंटे के अपने जवाब में उन्होंने हसंते-मुस्कुराते विपक्ष पर हमले भी किए और भाजपा सरकार के दस वर्षों की उपलब्धियों के साथ-साथ मौजूदा सरकार के अभी तक के फैसलों का भी उल्लेख किया। छह से सात बार कांग्रेस ने जवाब का बहिष्कार किया।
सीएम सैनी ने कहा कि कांग्रेस नेता तो चुनाव में पचास वोट पर एक नौकरी देने का ऐलान कर रहे थे। इस पर गुस्साए हुड्डा ने कहा, अगर इसी तरह की बातें करनी हैं तो हम सदन छोड़कर चले जाते हैं। नाराज कांग्रेस विधायक स्पीकर वेल तक पहुंच गए। उन्होंने वीडियो दिखाने की मांग की तो सीएम ने कहा, वह भी दिखा देंगे। कांग्रेसियों ने वॉकआउट करने की भी कोशिश की लेकिन नायब सैनी ने उन्हें जाने नहीं दिया। सीएम ने कहा, ‘हुड्डा साहब! हमने बहुत कुछ सीखा है और अभी आपसे बहुत कुछ सीखना भी है।’
आंकड़ों के साथ विपक्ष पर हमलावर हुए मुख्यमंत्री ने ढाई घंटे में अपनी बात पूरी की।
कांग्रेस का ही पोर्टल बंद
परिवार पहचान-पत्र की त्रुटियों को दूर करने का दम भरते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में विपक्ष ने लोगों को गुमराह भी किया। हुड्डा की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर पोर्टल बंद करने की बात कहते थे। प्रदेश की जनता ने कांग्रेस का ही पोर्टल बंद कर दिया। इस पर हुड्डा उखड़ गए। सीएम ने उन्हें फिर बाहर जाने से रोक लिया।
हुड्डा साहब, आगे भी सहयोग करेंगे
इस बार विधानसभा का सत्र बिना नेता प्रतिपक्ष के चला है। इस पर चुटकी लेते हुए सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री को ही विपक्ष के नेता के रूप में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा, अभी आप बने नहीं हैं, लेकिन मुझे पता है कि नेता प्रतिपक्ष आप ही बनेंगे। कांग्रेस की चिट्ठी जल्द आ जाएगी। हुड्डा ने कहा, ‘इससे आपको क्या लेना-देना।’ इस पर सैनी ने कहा, ‘आप हमारा पिछले 10 वर्षों से सहयोग कर रहे हैं। उम्मीद है आगे भी करेंगे।’
पिता के पदचिह्नों पर न चलें
मुख्यमंत्री ने कैथल विधायक आदित्य सिंह सुरजेवाला द्वारा एक किसान की आत्महत्या के मुद्दे पर सदन में रखी बात का जवाब देते हुए कहा, ‘आदित्य जी! आपका लम्बा करिअर है। आपके अपने पिता के पदचिह्नों पर नहीं चलना चाहिए।’ कांग्रेस ने जब इस पर आपत्ति जताई तो सैनी ने कहा, ‘रणदीप सिंह सुरजेवाला भी हमारे सम्मानित हैं और राज्यसभा सदस्य हैं।’ हुड्डा ने सैनी पर चुटकी लेते हुए कहा, आप भी कैबिनेट मंत्री अनिल विज की हत्या की आशंका संबंधी मामले की जांच करवा दें। इस पर सैनी ने कहा, विज साहब पावरफुल मंत्री हैं। आप उनकी चिंता ना करें। वैसे भी ये हमारे घर का मामला है।
जब स्पीकर ने भी ली चुटकी मुख्यमंत्री करीब ढाई घंटे तक विपक्ष के विधायकों के नाम ले-लेकर उनके आरोपों का जवाब देते रहे। स्पीकर हरविंद्र सिंह कल्याण को भी बार-बार सदन का टाइम बढ़ाना पड़ा। आखिर में उन्होंने भी चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री से पूछ ही लिया, ‘सीएम साहब! कुछ विधायक जानना चाहते हैं कि बिना रुके इतनी देर तक बोलते रहने का राज क्या है। इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुरा दिए।’