चंडीगढ़, 15 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि में, राज्य ने हर्बिसाइड-टॉलरेंट बासमती धान किस्मों का उपयोग करके 1015 एकड़ में धान की सीधी बिजाई की खेती को सफलतापूर्वक लागू किया है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित इस पहल से कृषक समुदाय को उल्लेखनीय लाभ हुआ है।
सीधी बिजाई विधि के तहत बासमती धान को अपनाने से हरियाणा के किसानों को पारंपरिक तरीकों की तुलना में प्रति एकड़ 1.5 से 2 क्विंटल की वृद्धि के साथ अधिक अनाज की पैदावार प्राप्त करने में मदद मिली है।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शुक्रवार को राजभवन में किसानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किसानों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार राज्य के कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने और किसानों की समग्र समृद्धि के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
दत्तात्रेय ने कहा कि बीजों की सर्वोत्तम गुणवत्ता, नई तकनीक, आधुनिक मशीनों और ड्रोन जैसी तकनीक का उपयोग, उर्वरकों की उपलब्धता से लेकर किसानों को उनकी फसलों के लिए उचित मूल्य सुनिश्चित करने तक, राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है।
राज्यपाल ने शिक्षा और उद्योग की तरह खेती में भी नवाचार और नई पद्धतियों को अपनाने का किसानों से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पिछले सीज़न में हरियाणा के किसानों ने सीधी बिजाई कर 191 मिलियन क्यूबिक लीटर पानी की बचत की है, जो कि सराहनीय है। किसानों ने लगभग 5000 रुपये प्रति एकड़ की महत्वपूर्ण लागत बचत के साथ-साथ हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किए गए 4,000 रुपये के पर्याप्त बोनस के अपने अनुभव साझा किए।
इस पद्धति ने महत्वपूर्ण जल संरक्षण में योगदान दिया और स्थायी कृषि प्रथाओं के साथ तालमेल बिठाते हुए खेती के लिए आवश्यक समय को कम किया। इस अवसर पर 15 प्रमुख किसानों द्वारा साझा की गई प्रतिक्रिया और सफलता की कहानियों ने एचटी बासमती धान को अपनाने के आर्थिक, व्यावहारिक और पर्यावरणीय लाभों पर चर्चा हुई।
हरियाणा ने एक बेंचमार्क स्थापित किया है, जो खरपतवार नाशक-सहिष्णु प्रौद्योगिकी के साथ डीएसआर के लाभों को प्राप्त करने के लिए भारत में अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है।
किसानों की समस्याओं के प्रति राज्य सरकार गंभीर : राणा
हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं व उनकी जरूरतों के प्रति गंभीर है। मुख्यमंत्री द्वारा किसानों को बोनस के रूप में 300 करोड़ रुपये जारी करने पर आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि इससे किसानों पर वित्तीय बोझ कम होगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पहलों में किसानों की समस्याओं को समझने और उन्हें दूर करने के प्रति सरकार की गहरी समझ और सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जारी हुए 300 करोड़ से पहले सरकार किसानों को 497 करोड़ रुपये का बोनस दे चुकी है। इतना ही नहीं, 550 करोड़ रुपये और किसानों के बैंक खातों में जल्द ट्रांसफर होंगे।
उन्होंने उर्वरकों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए ऐतिहासिक कदमों की भी चर्चा की। इनमें पिछले साल की तुलना में 11.2 लाख मीट्रिक टन यूरिया और 15,000 मीट्रिक टन अतिरिक्त डीएपी का आवंटन शामिल है।