चंडीगढ़, 23 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में अपराध की स्थिति में सुधार की एक नई कहानी सामने आई है। सितंबर माह में प्रदेश में अपराध के ग्राफ में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। पुलिस द्वारा चलाए गए ठोस अभियानों के परिणामस्वरूप, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इस वर्ष अब तक 179 अति वांछित ईनामी बदमाशों, 45 गैंगस्टरों तथा गंभीर अपराधों में संलिप्त 309 अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में सफलता हासिल की है।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना के तहत काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अपराधियों की धरपकड़ है। अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष रूप से स्वॉट टीमों को सक्रिय किया गया है।
सुरक्षा की नयी परिभाषा : हरियाणा में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 53 स्वॉट टीमों का गठन किया गया है, जो रात्रि के समय नाकाबंदी और चेकिंग करती हैं। इस दौरान संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की गहनता से जांच की जाती है। इसके साथ ही, समय-समय पर चलाए जाने वाले आपरेशन आक्रमण के तहत 12160 पुलिसकर्मियों की टीमों ने 3943 एफआईआर दर्ज करते हुए 7586 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
सुरक्षित हरियाणा का संकल्प
सीसीटीएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 30 सितंबर तक महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे दुष्कर्म में 20.50 प्रतिशत, छेड़छाड़ के मामलों में 33.10 प्रतिशत, डकैती में 42 प्रतिशत और लूटपाट में 33.10 प्रतिशत तक की कमी आई है। अन्य आपराधिक मामलों में भी गिरावट दर्ज की गई है, जो कि हरियाणा पुलिस के प्रभावी प्रयासों का परिणाम है।
भयमुक्त वातावरण देने के लिए वचनबद्ध : डीजीपी
डीजीपी कपूर ने स्पष्ट किया कि हरियाणा पुलिस प्रदेशवासियों को सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण देने के लिए वचनबद्ध है। हम आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए हैं और पुलिस की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं ताकि अपराध के बदलते तरीकों का सामना किया जा सके। यह स्पष्ट है कि हरियाणा पुलिस के द्वारा उठाए गए कदमों से प्रदेश में अपराध की स्थिति में सुधार हो रहा है, जो कि एक सकारात्मक दिशा में संकेत देता है।