चंडीगढ़, 25 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा में प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की सूची जल्द आने के आसार हैं। प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा और हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल संभावित सूची पर काम करके इसे पार्टी हाईकमान को सौंप चुके हैं। प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों के अलावा ऐलनाबाद हलके में उपचुनाव भी प्रस्तावित हैं। इन चुनावों को देखते हुए नेतृत्व भी जल्द सूची जारी करने का दबाव है।
बेशक, प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की गुटबाजी व आपसी कलह के चलते संगठन गठन का मामला लटकता रहा है। फिलहाल पदाधिकारियों को लेकर घमासान मचा हुआ है, लेकिन अब नेतृत्व इसमें और देरी करने के मूड में नहीं लगता। इसका बड़ा कारण यह भी है कि राज्य में कांग्रेस पिछले लगभग सात वर्षों से बिना संगठन के ही चल रही है। जिला व ब्लाक स्तर पर कार्यकारिणी नहीं होने की वजह से लोकसभा व विधानसभा चुनावों में पार्टी नुकसान भी झेल चुकी है।
2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा में भी यह बात खुलकर सामने आई थी कि धरातल पर संगठन नहीं होने की वजह से पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है। बुधवार को पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दोपहर भोज पर पहुंचे पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल ने यहां पार्टी मुख्यालय में बातचीत के दौरान संकेत दिए कि संगठन के पदाधिकारियों की सूची अब किसी भी दिन आ सकती है। अब देरी होने के पीछे कोई कारण नहीं है। प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश दिग्गज नेताओं से संगठन में शामिल किए जाने वाले चेहरों को लेकर रायशुमारी हो चुकी है। इसके बाद ही नेतृत्व को पदाधिकारियों के नाम की सूची भेजी गई। बंसल ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी विधायकों को नहीं सौंपी जाएगी। राज्य में इस तरह के एक-दो उदाहरण बेशक हो सकते हैं, लेकिन कोशिश यही है कि संतुलन बनाते हुए संगठन में चेहरों को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी तथा जिलाध्यक्षों के नामों का चयन करते समय अनुभव के अलावा नये चेहरों व महिलाओं को भी प्राथमिकता दी है। जातिगत संतुलन भी इस प्रस्तावित सूची में नजर आएगा। बंसल ने कहा, पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश हैं कि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की अनदेखी न की जाए।
फीडबैक लिया : पंचायती राज संस्थाओं जिला परिषद और शहरी स्थानीय निकाय के चुनावों से जुड़े सवाल पर बंसल व सैलजा ने कहा कि पार्टी ये चुनाव विधानसभा की तर्ज पर लड़ेगी। सिंबल पर चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व जमीनी स्तर के वर्करों से फीडबैक लिया जा चुका है।
जिलों में आफिस बनाने की तैयारी
अब कांग्रेस भी भाजपा की तर्ज पर सभी जिलों में आफिस बनाएगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा का कहना है कि आने वाले दिनों में सभी जिलों में कार्यालय बनाए जाएंगे। बेशक, सभी जगह खुद की जमीन पर दफ्तर न बन सकें, लेकिन पार्टी की कोशिश है कि संगठन के लिए हर जिले में कार्यालय हो। इसके लिए विशेष कार्ययोजना तैयार हो रही है। संगठन की सूची आने के बाद इस पर तेजी से काम शुरू होगा।
ऑक्सीजन की कमी से मौतों की करेंगे क्रॉस चेकिंग
कुमारी सैलजा ने सीएम मनोहर लाल खट्टर के उस दावे पर कड़ी नाराज़गी जताई है, जिसमें सीएम ने कहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मरीज की जान नहीं गई। सैलजा ने कहा, कांग्रेस इसके लिए मौके पर जाकर काम करेगी। क्रॉस चेकिंग होगी और कांग्रेस अपने स्तर पर ऑडिट करके रिपोर्ट पब्लिक करेगी। उन्होंने कहा, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हिसार, रेवाड़ी व गुरुग्राम सहित प्रदेश के कई शहरों में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत होने की खबरें सुर्खियां बनी हैं।
संख्या बल के बूते पास किए बिल
सैलजा ने विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर भी सरकार पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून में किया गया संशोधन किसानों को बर्बाद कर देगा। किसानों की जमीन निजी हाथों में सौंपने की राह सरकार ने आसान कर दी है। नकल विरोधी और परिवार पहचान पत्र विधेयक को भी विपक्ष के विरोध के बावजूद पास करने पर भी आपत्ति जताई। सैलजा ने कहा, अगर सरकार की नीयत ठीक थी तो ये सभी बिल सलेक्ट कमेटी के पास भेजने चाहिए थे।