घरौंडा, 9 अप्रैल (निस)
नेशनल हाईवे पर लगे टोल बैरियर वाहनों की स्पीड में बाधा नहीं बनेंगे। पानीपत-अम्बाला-अमृतसर हाईवे पर दो माह से मल्टीलेन फ्री फ्लो टेक्निक का ट्रायल चल रहा है। चिन्हित स्थानों पर आईडी रीडर्स व कैमरे लगाये जा रहे हैं। इस तकनीक में बिना रुके वाहन पर लगे फास्टैग से आटोमैटिक टोल भुगतान होगा। जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्गो पर टोल टैक्स एकत्रीकरण की यह अत्याधुनिक तकनीक लागू हो जाएगी। शुक्रवार को नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट निदेशक वीरेंद्र सिंह, जीएम आईटी एनएचआई विकास मल्होत्रा व भानु प्रताप एन.एच-44 पर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के सामने लगाये गए मल्टीलेन फ्री फ्लो टेक्निक के रीडर्स का निरीक्षण करने पहुंचे।
टेस्टिंग के बाद सड़कों पर लगे टोल बैरियर हटा दिए जायेंगे और टोल टैक्स कलेक्शन आटोमेटिक होना शुरू होगा। उच्च सेंसटिव रीडर्स लगाये गए हैं जो 150 की स्पीड पर भी फास्टैग डिटेक्ट करेंगे। इस तकनीक के लागू होने के बाद हाईवे का सफर बिना टोल सम्भव नहीं होगा। फ़ास्टैग ब्लैक लिस्ट या उसमें बैलेंस नहीं होने की सूरत में वाहन मालिक से जुर्माना भी वसूला जा सकता है। प्रोजेक्ट निदेशक एनएचएआई वीरेंद्र सिंह के मुताबिक ट्रायल के बाद वाहन चालकों को टोल टैक्स देने के लिए रुकना नहीं पड़ेगा।