दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 जुलाई
हरियाणा के कांग्रेसियों में घमासान लगातार बढ़ रहा है। पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रदेश कांग्रेस का ‘कप्तान’ बनाने की मांग को लेकर एकजुट हुए विधायक सोमवार को नई दिल्ली में जुटे। हुड्डा कैम्प ने अपनी रणनीति में भी बड़ा बदलाव किया है। अब केंद्रीय नेतृत्व के नेताओं से एक साथ मुलाकात की बजाय ग्रुप में मिलने का फैसला लिया है। इसी कड़ी में सोमवार को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल से 5-5 विधायकों के दो ग्रुप अलग-अलग मिले।
6-6 विधायकों के दो ग्रुप मंगलवार को वेणुगोपाल से मिलेंगे। सोमवार को डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान, भारत भूषण बतरा, कुलदीप वत्स, वरुण चौधरी व बिशनलाल सैनी सहित कुल 10 विधायक वेणुगोपाल से मिले। सूत्रों का कहना है कि इन विधायकों ने सीधे तौर पर प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व की मांग की है। उनका कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए पूर्व सीएम हुड्डा को कमान सौंपनी होगी। मौजूदा नेतृत्व में यह असंभव है।
बड़ी बात यह है कि इनेलो सुप्रीमो व पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के तिहाड़ जेल से रिहा होने को भी कांग्रेसी मुद्दा बना रहे हैं। वे दिल्ली दरबार को यह बताने और जताने की कोशिश कर रहे हैं कि चौटाला को रोकने के लिए हुड्डा को ‘फ्री-हैंड’ दिया जाना जरूरी है। बताते हैं कि हुड्डा अब कांग्रेस विधायक दल के नेता का पद भी छोड़ने को तैयार हैं। उनकी जगह आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई का नाम सीएलपी लीडर के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है।
गत दिवस प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने भी केसी वेणुगोपाल व हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल से मुलाकात की थी। इससे पहले हुड्डा कैम्प के 19 विधायक भी विवेक बंसल से मिलकर सैलजा को हटाने की मांग कर चुके हैं। सोमवार को नई दिल्ली स्थित हुड्डा के आवास पर विधायकों की बैठक हुई। इस बैठक के बाद पहले विधायकों का एक ग्रुप मुलाकात के लिए निकला और कुछ देर बाद दूसरे ग्रुप के 5 विधायक एक साथ गए। हुड्डा अपनी कोठी पर ही रहे। वेणुगोपाल से मुलाकात के दौरान विधायक फिर से हुड्डा आवास पर लौट आए।
सूत्रों का कहना है कि इसके बाद भी काफी देर तक राजनीतिक मंथन चला। बैठक में विधायक डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान, गीता भुक्कल, आफताब अहमद, धर्म सिंह छौक्कर, राव दान सिंह, मेवा सिंह, भारत भूषण बतरा, नीरज शर्मा, शकुंतला खटक, बिशनलाल सैनी, कुलदीप वत्स, बलबीर सिंह वाल्मीकि, अमित सिहाग, इंदूराज नरवाल, वरुण चौधरी, मोहम्मद इलियास, जगबीर सिंह मलिक, मामन खान इंजीनियर, जयवीर सिंह वाल्मीकि, राजेंद्र सिंह जून, सुरेंद्र पंवार व सुभाष गंगोली मौजूद रहे।
‘कांग्रेस हमारा घर है, घर की बातें कैमरे पर नहीं कही जाती’
बादली विधायक कुलदीप वत्स व रोहतक एमएलए भारत भूषण बतरा ने मुलाकात के बाद कहा, ‘कांग्रेस हमारा घर है। घर की सारी बातें कैमरे पर नहीं कही जाती। संगठन में बदलाव हमारा मुद्दा था। विधायकों को बिना कॉन्फिडेंस में लिए संगठन में कोई नियुक्ति नहीं करने की मांग उठाई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा मॉस लीडर हैं। किसी भी बड़े फैसले में उन्हें इग्नोर नहीं किया जा सकता। राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने आश्वासन दिया है कि सभी मुद्दे जल्द निपटा दिए जाएंगे। राहुल गांधी हमारे नेता हैं और उनसे मुलाकात के लिए समय मांगा है। समय मिलते हुए विधायक उनसे मिलने जाएंगे और उनके सामने पूरा मामला रखेंगे’। हुड्डा खेमे के विधायकों ने राहुल गांधी से भी मुलाकात का समय तो मांगा है लेकिन अभी तक कोई दिन तय नहीं हुआ है। इस बीच पूर्व सीएलपी लीडर व तोशाम विधायक किरण चौधरी भी दिल्ली में डटी हैं। सोमवार को उन्होंने भी केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। वे अलग से उनसे मिलने पहुंचीं। माना जा रहा है कि उन्होंने भी मौजूदा घटनाक्रम के अलावा प्रदेश के अन्य राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की।
8 विधायकों ने बनाई हुई है फिलहाल दूरी
कांग्रेस के 8 विधायकों ने इस पूरी कवायद से खुद को दूर रखा हुआ है। पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी अपनी अलग राजनीति करती हैं। इसी तरह से आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई भी खेमों से दूरी बनाए हुए हैं। पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी अपनी खुद की राजनीति करते हैं। रेवाड़ी से उनके बेटे चिरंजीव राव भी बैठक में नहीं पहुंचे। इसी तरह से कालांवाली से विधायक शीशपाल सिंह केहरवाला, नारायणगढ़ एमएलए शैली गुर्जर, सढ़ौरा विधायक रेणु बाला, कालका विधायक प्रदीप चौधरी व असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी इस पूरे मामले से दूर हैं।