चंडीगढ़, 14 नवंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा बृहस्पतिवार को हरियाणा विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा पर हमलावर नजर आए। ईवीएम की भूमिका पर सवाल उठाते हुए हुड्डा ने कहा, हमें कमजोर न समझें। हम कमजोर नहीं हैं। दोनों पार्टियों – भाजपा व कांग्रेस को मिले मत प्रतिशत का जिक्र करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि महज प्वाइंट 5 प्रतिशत ही मतों का अंतर रहा है। भाजपा को 39.8 प्रतिशत और कांग्रेस को 39.3 प्रतिशत वोट हासिल हुए। उन्होंने कहा, लोकतंत्र में लोगों का राज होता है। लेकिन कई बार लोकतंत्र हार जाता है और तंत्र जीत जाता है। इस बार हरियाणा के विधानसभा चुनावों में लोकतंत्र हारा है और तंत्र की जीत हुई है। वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के जवाब से पहले राज्यपाल अभिभाषण पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नई सरकार का पहला अधिवेशन है। सरकार को अपने दस वर्षों की उपलब्धियां बतानी चाहिएं थी। लेकिन भाजपाई हमारे कार्यकाल में ही अटके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश भाजपा कर रही है। पार्टी अपने चुनावी वादों को पूरा करे। प्रदेश में सरकारी विभागों में दो लाख पद खाली पड़े हैं। उन पर भर्तियां की जाएं। ‘उलटा चोर कोतवाल को डांटे’ की कहावत का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि भाजपा वाले भी ऐसा ही कर रहे हैं। अपनी खुद की कमी को छिपाने के लिए सामने वालों में कसूर निकाल रहे हैं। उन्होंने पर्ची-खर्ची पर नौकरियां देने के आरोप भी सरकार पर लगाए। हुड्डा अपने साथ अखबारों की कटिंग लेकर पहुंचे थे। सदन में खबरों के हैडिंग पढ़ते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में नौकरियां बिकी हैं। ये खबरें नौकरियों के लिए रुपयों के लेन-देन से जुड़ी थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में 19 पेपर लीक हुए हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान लगाए गए परिवारवाद के आरोपों और पिता-पुत्र की जोड़ी पर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि मेरे दादा स्वतंत्रता सेनानी थे। मेरे पिताजी भी आजादी के लिए जेल में गए। वे दुनिया के पहले ऐसे व्यक्ति थे, जो सात सदनों के सदस्य रहे।
प्रदेश में बने नेशनल हाईवे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नब्बे प्रतिशत सड़कें और नेशनल हाईवे उनके समय के मंजूरशुदा थे। कांग्रेस सरकार ने चार थर्मल पावर प्लांट लगाए। 2014 तक हरियाणा बिजली के मामले में सरप्लस राज्य था और अब प्रदेश में उत्पादन कम हो गया है। 2014 तक प्रदेश पर 60 हजार करोड़ रुपये का कर्जा था, जो अब बढ़कर साढ़े 4 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। उन्होंने प्रदेश में डीएपी खाद के संकट का मुद्दा उठाया।
मैं जमीन से जुड़ा हुआ आदमी हूं…
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा, मैं जमीन से जुड़ा हुआ आदमी हूं और मेहनत करके यहां तक पहुंचा हूं। भाजपा के परिवारवाद का जिक्र करते हुए पूर्व सीएम ने कहा – मेरे ऊपर आरोप लगाने से पहले खुद को देखें। इनके पास कोई एजेंडा नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दस वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश के हर जिले में विकास हुआ। नई दिल्ली से गुरुग्राम, बल्लभगढ़ व बहादुरगढ़ तक मेट्रो लाइन लाई गई। मौजूदा सरकार में दस वर्षों में मेट्रो का एक खम्भा भी नहीं लगा।