पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत 31 अगस्त
कोरोना मरीजों के सैंपल जांच के लिए इस्तेमाल होने वाली आरटी पीसीआर किट बीपीएस मेडिकल काॅलेज खानपुरकलां में दो दिन से खत्म हैं। ऐसे में कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच का काम नहीं हो पा रहा है। किट खत्म होने के कारण जहां रविवार को कम जांच हुई वहीं,सोमवार को एक भी सैंपल की जांच मेडिकल काॅलेज में नहीं हो सकी।
मेडिकल काॅलेज में आठ जिलों के सैंपल की जांच होती है और यहां किट खत्म होने के कारण काॅलेज प्रशासन ने जांच करने से इनकार कर दिया। इससे इन सभी जिलों के प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी खड़ी हो गई। बाद में इसका समाधान निकालते हुए सभी सैंपल प्राइवेट लैब में भेजे गए।
प्राइवेट लैब को होगी पेमेंट
इसका बड़ा नुकसान यह होगा कि जहां मेडिकल काॅलेज में फ्री में जांच होती थी, वहीं स्वास्थ्य विभाग को 1600 रुपये प्राइवेट लैब को जांच के लिए देने पड़ेंगे। बीपीएस मेडिकल काॅलेज खानपुर कलां को सोनीपत, पानीपत, जींद, फरीदाबाद, गुरुग्राम समेत आठ जिलों के सैंपल की आरटी पीसीआर से कोरोना की जांच का सेंटर बनाया गया था। जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम खुद रेपिड एंटीजन टेस्ट कर रही है। शुरुआत में मेडिकल काॅलेज में एक दिन में लगभग 100 सैंपल आते थे, लेकिन वह अब बढ़कर दो हजार से ज्यादा हो चुके हैं। इनकी जांच के लिए आरटी पीसीआर किट आईसीएमआर से सीधे आती है, लेकिन मेडिकल काॅलेज में पिछले कई दिनों से जांच किट नहीं आ सकी।
इससे सभी जिलों के प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई, क्योंकि जिस संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे है। इसको देखते हुए सैंपल को प्राइवेट लैब में जांच के लिए भेजा गया। इस तरह जांच किट खत्म होने से जितने भी सैंपल प्राइवेट लैब को जांच के लिए भेजे जा रहे है, स्वास्थ्य विभाग को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
उम्मीद है, आज मिल जाएगी किट
मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डा. एपीएस बत्रा का कहना है कि मेडिकल काॅलेज में किट नियमित रूप से आईसीएमआर को भेजनी होती है। इसके बाद भी जब किट नहीं आई, तो शुक्रवार को वहां अवगत कराया गया था। लेकिन शनिवार व रविवार की छुट्टी के कारण कुछ समस्या हुई है और यहां किट नहीं आ सकी, इससे किट खत्म हो गई। उम्मीद है कि मंगलवार को किट आ जाएगी और उसी समय से नियमित जांच शुरू हो जाएगी।