चंडीगढ़, 14 नवंबर (ट्रिन्यू)
कांग्रेस द्वारा लगातार लगाए जा रहे ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर हरियाणा के बिजली, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने पलटवार किया है। कांग्रेस को चुनौती व सुझाव देते हुए विज ने कहा – अगर ईवीएम खराब हैं तो कांग्रेस पुन: चुनाव के लिए फिर से मैदान में आ जाए, पता लग जाएगा। साथ ही, उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नसीहत देते हुए कहा – हुड्डा साहब! आप वकील हैं, ऐसी बातें आपको शोभा नहीं देतीं। विज बृहस्पतिवार को हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मीडिया लॉबी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। हुड्डा पर सवाल दागते हुए विज ने कहा – मैं पूर्व सीएम से पूछना चाहता हूं, जिन सीटों पर कांग्रेस जीती है, क्या वहां पर ईवीएम ठीक थी? कांग्रेस को वहां का रिपोल करवाना चाहिए। अगर ईवीएम खराब थी तो सारे प्रदेश की खराब थी। कांग्रेस जिन सीटों पर जीती है, वहां ईवीएम ठीक कैसे हो सकती हैं। जहां भाजपा ने जीत हासिल की, वहीं पर ईवीएम खराब थी। यह कैसा लॉजिक है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को रिपोल करवा कर एक उदाहरण पेश करना चाहिए। विज ने कहा कि कांग्रेसी अज्ञानियों वाली बात करते हैं। ईवीएम जब चुनाव आयोग से जारी होती हैं तो वहां पर सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों से चैक कराई जाती हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी के पास आने के बाद भी प्रतिनिधियों को बुलाकर चैक कराई जाती हैं। ऐसे ही पोलिंग स्टेशन के पास बुलाकर चैक करवाई जाती है। फिर भी कांग्रेसी कहते हैं कि ईवीएम खराब हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा का नया भवन बनाने के लिए जमीन दिए जाने के विरोध पर विज ने कहा – अगर चंडीगढ़, पंजाब का है तो फिर पंजाब अपने यहां के हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को ट्रांसफर करे। एसवाईएल का निर्माण करवाए और हमें हमारे हिस्से का पानी दे। जब तक वे ऐसा नहीं कर देते, तब तक चंडीगढ़ पर हमारा लियन (अधिकार) है।
उन्होंने कहा कि परिसीमन होना है और विधानसभा में सदस्यों की संख्या बढ़ जाएगी। हरियाणा में वर्तमान में नब्बे विधायक बनते हैं। इनकी संख्या परिसीमन के बाद 120 तक हो सकती है। विज ने कहा कि ऐसे में नये भवन की जरूरत पड़ेगी। इसी वजह से हरियाणा ने समय रहते इसकी शुरुआत कर दी है। बीपीएल परिवारों की संख्या में बढ़ोतरी पर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर विज ने कहा कि पहले कुछ लोगों के बीपीएल कार्ड बन नहीं पाते थे। वे लोग घूमते रहते थे और कोई उनकी सुनवाई नहीं करता था। अब सारा सिस्टम स्ट्रीम लाइन किया है, इसलिए हर पात्र व्यक्ति के बीपीएल कार्ड बन रहे हैं।