शाहाबाद मारकंडा, 19 मार्च (निस)
सरसों की एमएसपी पर खरीद शुरू न होने के कारण किसान अपनी फसल औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हो रहा है। भाकियू के हलका कार्यकारी प्रधान जसबीर सिंह कंबोज मामूमाजरा ने सरकार द्वारा सरसों खरीद में बरती जा रही ढिलाई की आलोचना की और कहा कि क्या यही किसान हितैषी होने का प्रमाण है। अगर सरकार ने तुरंत खरीद शुरू न की तो भाकियू कोई कठोर कदम उठाने पर मजबूर होगी। इसी बीच किसान नेता, पूर्व सरपंच व पंचायत समिति के पूर्व सदस्य सूरजभान रतनगढ़ के अनुसार सरसों का एम.एस.पी. सरकार द्वारा 5650 रुपए मुकर्रर है लेकिन मार्केट में किसान मात्र 4 से साढ़े 4 हजार रुपए क्विंटल तक बेचने को मजबूर हैं।