डबवाली, 6 सितंबर (निस)
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला द्वारा चुनाव लड़ने की मंजूरी के लिए अदालत में अर्जी लगाने के बाद उनके पौत्र दिग्विजय का प्यार उमड़ पड़ा। डबवाली से जजपा प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला ने चुनाव प्रचार के दौरान ओढां जनसभा में खुले तौर पर कहा कि यदि उनके दादा चुनाव मैदान में उतरते हैं तो वे डबवाली से चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह अपना नामांकन पत्र उसी दिन वापस ले लेंगे।
उन्होंने समाचार पत्र की खबर का हवाला देते कहा कि यदि ऐसा होता है तो जजपा का एक-एक वोट व एक-एक व्यक्ति चौटाला साहिब की मदद करेगा। हम सब उन्हीं की देन है। दिग्विजय चौटाला ने कानूनी नुक्तों के आधार पर कहा कि अजय सिंह चौटाला व ओम प्रकाश चौटाला वर्ष 2029 तक चुनाव नहीं लड़ सकते। दिग्विजय ने इसे इनेलो की वोट बैंक को रोकने कि सियासी गेम बताते हुए कहा कि यदि बड़े चौटाला साहब चुनाव लड़ते हैं तो फिर आदित्य चौटाला व अमित सिहाग को भी चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। उनके संघर्ष से सामने हम सब कोई हैसियत नहीं हैं। बता दें कि अदालत से मंजूरी मिलने के बाद ओम प्रकाश चौटाला के डबवाली हल्के से चुनाव लड़ने की चर्चा है।
पंजाब से करेंगे डबवाली की जंग का आगाज़
दिग्विजय चौटाला 10 दिसंबर को पंजाब से डबवाली की राजनीतिक जंग का आगाज करेंगे। उन्होंने पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहब के प्रशासन से मंडी किलियांवाली में नुक्कड़ व नामांकन जलूस हेतु मंजूरी मांगी है। दरअसल दिग्विजय पंजाब सीमा में स्थित स्मारक में पडदादा जननायक देवीलाल व पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश सिंह बादल की प्रतिमाओं पर श्रद्धा सुमन अर्पित करके नामांकन पत्र दाखिल करने जाएंगे इस मौके पर एक जनसभा भी होगी।