रोहित विद्यार्थी/निस
बहादुरगढ़, 10 दिसंबर
टीकरी बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। केंद्र के प्रस्ताव पर किसान बोले सरकार जिद्दी है तो वो भी कम नहीं है। सरकार को हर हाल में कानून वापस लेने होंगे। कानून रद्द कराने के बाद ही वो अपने घर लौटेंगे। अभी बात सिरे नहीं चढ़ती देखकर रोजाना किसानों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
लगातार बढ़ रही संख्या के चलते टीकरी बॉर्डर से लेकर रोहद तक जगह-जगह ट्रैक्टर-ट्रालियां व जत्थे खड़े होने लगे हैं। वहीं अब पंजाब से आ रहे युवा किसानों ने टीकरी बॉर्डर पर न जाकर शहर में प्रदर्शन करने का नया तरीका निकाल लिया है।
बृहस्पतिवार को भी जहां एक तरफ बुजुर्ग किसान बार्डर पर बैठकर अपने किसान नेताओं के संबोधन को सुनते रहे, वहीं युवा ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सरकार विरोधी गानों को बजाकर शहर की सड़कों पर प्रचार करते रहे। युवा किसानों का कहना है कि उनका मकसद किसी को परेशान करना नहीं है बल्कि वे केवल अपनी मांगों को लेकर ऐसा कर रहे हैं। जैसे-जैसे किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है वैसे ही किसानों के कुछ जत्थे शहर में भी अपना डेरा डाल रहे हैं। ऐसे में स्थानीय पुलिस प्रशासन ने शहर के चौक-चौराहों पर पुलिस की टुकड़ियां तैनात कर दी है। हालांकि इससे पहले आरएएफ की टुकड़ियां भी शहरभर में लगाई गई थी, लेकिन अब उन्हें टीकरी बॉर्डर और बाईपास पर लगाया गया है। वहीं शहर के मुख्य बाजारों में पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो पंजाब से आए किसान शहर में खरीददारी करने के लिए भी घूम रहे हैं। ऐसे में किसी को भी कोई परेशानी ना हो इसी को ध्यान पुलिस बल को तैनात किया गया है।
मेले जैसा हो गया माहौल
सेक्टर-9 मोड़ पर इन दिनों मेले जैसा माहौल बना हुआ है। कदम-कदम पर किसानों के लिए छोटे-बड़े लंगर चल रहे हैं। किसी ने किसानों के लिए जूस का प्रबंध किया है तो कोई उन्हें बीमारियों से बचने काढ़ा पिला रहा है। वहीं कुछ बुजुर्ग किसान अपने स्तर पर ही अपने साथियों के लिए चाय बनाकर वितरित कर रहे हैं। वहीं पंजाब से आई महिलाएं व बच्चे गीत-संगीत के माध्यम से एक-दूसरे का मनोरंजन भी कर रहे हैं।