नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 5 जुलाई
अरावली हिल्स में सक्रिय माफिया ने न सिर्फ हरियाली लील दी है। प्रतिबंध के बावजूद बड़े पैमाने पर खनन कार्य भी किया जा रहा है। सोहना इलाके के गांव करंकी के हरे भरे खेतों को खरीद भू माफिया सैकड़ों एकड़ जमीन पर अरावली के पत्थरों से अवैध प्लाटिंग तैयार कर रहा है। निर्माण कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर पत्थर कहां से आ रहा है तथा प्रतिबंध के बावजूद अवैध प्लाटिंग व गैर कानूनी तरीके से मिनी फार्म हाउस कैसे विकसित हो रहे हैं, के बार में कई प्रयास के बाद भी डीसी यश गर्ग ने कोई प्रतिक्रया नहीं दी।
गांव करंकी में होटल वेस्टिन के पीछे बड़े पैमाने पर अवैध प्लाट काटे जा रहे हैं। एक पखवाड़े पहले यहीं डीटीपी ई आरएस बाठ ने 50 एकड़ जमीन पर हो रही अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्रवाई कर सड़कों के जाल और दूसरे निर्माणों को क्षतिग्रस्त कर दिया था, लेकिन इसके ठीक पास 150 एकड़ जमीन पर की जा रही अवैध प्लाटिंग पर उनके दस्ते की जेसीबी मशीनें नहीं पहुंच पाई। गांव के लोग बताते हैं कि ये 150 एकड़ जमीन पर प्लाटिंग सोहना के एक पूर्व विधायक का करीबी प्रॉपर्टी डीलर कर रहा है। इस अवैध प्लाटिंग की सोहना तहसील में रजिस्ट्री और साथ सटे राज्यों से नियमों के खिलाफ जीपीए (जनरल पावर आफ अर्टानी) भी करवाई जा रही है। इसके साथ ही यहां अवैध तरीके से मिनी फार्म हाउस भी विकसित किए जा रहे हैं। इस अवैध कालोनी में चार दीवारी व दूसरे निर्माण इतनी तेजी से चल रहे हैं कि हर रोज दर्जनों चार दीवारी बनकर तैयार हो जाती हैं। इसके लिए बड़ी तादाद में श्रमिकों को लगाया जाता है तथा कई स्थानों पर निर्माण को पुराना दिखाने के लिए हाथों हाथ पेंट भी कर दिया जाता है।
विशेष बात यह है कि निर्माण कार्यों में अरावली का पत्थर बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां चल रहे निर्माण कार्यों के लिए हर रोज सैकडों ट्रक पत्थर लाया जाता है। खनन के लिहाज से सोहना के साथ लगता नूंह जिला बेहद संवेदनशील है लेकिन इस ओर से अवैध तरीके से आने वाले पत्थरों पर निगररानी रखने के लिए यहां खनन विभाग का कोई नाका तक नहीं है। जिला खनन अधिकारी अनिल अटवाल बताते हैं, ‘खनन विभाग का गुरुग्राम की सीमा में फर्रूखनगर व कापड़ीवास बॉर्डर के पास पुलिस तथा आरटीए के साथ दो संयुक्त नाके हैं।
लाटिंग की बात मेरी जानकारी में आई है। मौका निरीक्षण के बाद प्लाटिंग रोकने के लिए नोटिस दिए जाएंगे। चाहे पूर्व विधायक का करीबी हो या कोई अन्य प्रभावशाली व्यक्ति किसी को अवैध प्लाटिंग नहीं करने दी जाएगी। तोड़फोड़ में भेदभाव के आरोप गलत हैं।
-आरएस बाठ, डीटीपी ई, गुुरुग्राम