ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 2 जुलाई
पावर सप्लाई के मामले में हरियाणा ने पड़ोसी राज्य पंजाब को पीछे छोड़ दिया है। इस बार गर्मी का प्रकोप अधिक है। मानूसन में भी देरी है। ऐसे में बिजली की डिमांड बढ़ गई है। बृहस्पतिवार यानी पहली जुलाई को प्रदेश में 11 हजार 732 मैगावाट बिजली का लोड रहा। यह अब तक यानी पहली नवंबर, 1966 को हरियाणा के गठन से अब तक का सर्वाधिक लोड था। पारा 44 डिग्री को पार कर चुका है। ऐसे में इंडस्ट्री, दफ्तरों, दुकानों के अलावा घरों में भी बिजली खपत बढ़ गई है।
वहीं दूसरी ओर, पावर शैड्यूल को बनाए रखने के लिए सरकार ने सभी फील्ड अधिकारियों को एडवाइजरी जारी कर दी है। जेई व एसडीओ स्तर के अधिकारियों को दफ्तरों की बजाय ग्राउंड पर रहकर काम करने के आदेश दिए हैं। उन्हें दो-टूक कहा गया है, अगर शैड्यूल बिगड़ा तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं, एक्सईएन और एससी रैंक के अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की है। कोताही मिलने पर उन्हें चार्जशीट किया जाएगा।
पावर मिनिस्टर चौ़ रणजीत सिंह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास तथा दोनों बिजली वितरण कंपनियों के एमडी से पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। निगम के अधिकारियों को स्पष्ट हिदायतें दी हैं कि कहीं भी दिक्कत हो तो उसके बारे में तुरंत सूचित करें। लाइनों पर अधिक लोड होने की वजह से कई शहरों में पावर ट्रिप की शिकायतें भी आ रही हैं। कुछ जगहों पर ट्रांसफार्मर जलने की भी सूचना है। जेई व एसडीओ को इन खराबियों को तुरंत ठीक करने के आदेश मुख्यालय से दिए हैं।
हरियाणा में फिलहाल राहत की बात यह है कि बिजली की डिमांड काफी बढ़ने के बाद भी अधिकांश शहरों में तय शैड्यूल अनुसार, पावर सप्लाई हो रही है। राजधानी चंडीगढ़ तक में कई जगहों पर बिजली के कट से लोग परेशान हैं। पड़ोसी राज्य पंजाब में तो स्थिति काफी बिगड़ी हुई है। बड़ी इंडस्ट्री को दो दिन के लिए बंद किया गया है। सरकारी दफ्तरों का टाइम बदला गया है। अब सरकारी दफ्तरों में एसी चलाने पर भी आगामी आदेशों तक पाबंदी लगा दी है।
हरियाणा में पिछले साल कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन की वजह से अन्य राज्यों की तरह बिजली खपत कम रही। अधिकांश इंडस्ट्री और मार्केट बंद थी। 2019 में राज्य में अधिकतम लोड 11 हजार 1 मैगावाट रहा। पहली जुलाई को अब तक का सर्वाधि 11 लाख 732 मैगावाट लोड दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार को प्रदेश में 25 करोड़ 76 लाख यूनिट से अधिक बिजली खपत हुई। साइबर सिटी गुरुग्राम में पिछले साल अधिकतम 1176 मैगावाट लोड था। वहीं बृहस्पतिवार को यहां 1534 मैगावाट बिजली आपूर्ति हुई, जो करीब 34 प्रतिशत अधिक है।
क्या कहते हैं बिजली मंत्री
बिजली मंत्री चौ़ रणजीत सिंह ने कहा है कि प्रदेश के सभी फील्ड अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में विभाग ने बिजली का पूरा प्रबंध किया है। निगमों के अधिकारी भी बधाई के पात्र हैं कि भीषण गर्मी और बढ़ी हुई डिमांड के बावजूद तय शैड्यूल अनुसार बिजली आपूर्ति दी जा रही है। लापरवाही करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।