चंडीगढ़, 13 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में अब हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) सदस्यों में भी बंटवारा संभव है। भाजपा की गठबंधन सहयोगी जजपा ने दोनों आयोग में प्रतिनिधित्व की मांग की है। लोकसेवा आयोग में दो सदस्यों के पद पहले से रिक्त हैं। वहीं दो सदस्यों – डॉ़ कुलबीर सिंह छिक्कारा व डॉ़ वंदना शर्मा का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो रहा है।
आईएफएस (भारतीय वन सेवा) अधिकारी आलोक वर्मा को सरकार द्वारा हरियाणा लोकसेवा आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया हुआ है। आलोक वर्मा प्रतिनियुक्ति पर हरियाणा लाए गए थे। उन्हें सीएम मनोहर लाल खट्टर का एडीसी नियुक्त किया गया। बाद में उन्हें विभाग का भी जिम्मा मिला। अक्तूबर-2020 में उन्होंने वीआरएस ले ली और सरकार ने उन्हें एचपीएससी का चेयरमैन नियुक्त किया। आयोग के दो सदस्यों – डॉ़ राजेश वैध व नीलम सिंह का कार्यकाल पहले ही पूरा हो चुका है। वहीं डॉ़ कुलबीर छिक्कारा व डॉ़ वंदना शर्मा का कार्यकाल सोमवार को पूरा होगा। डॉ़ छिक्कारा की गिनती पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के नजदीकियों में होती है। वहीं डॉ़ वंदना शर्मा 2014 में सफीदों हलके से भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं। सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल रहीं डॉ़ वंदना शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व़ सुषमा स्वराज की बहन हैं। आयोग में चेयरमैन सहित कुल नौ सदस्यों की नियुक्ति का प्रावधान है। वर्तमान में डॉ़ पवन कुमार, सुरेंद्र गहलोत, नीता खेड़ा व जयभगवान गोयल का कार्यकाल अभी बाकी है। सूत्रों का कहना है कि आयोग में सदस्यों के चार पदों पर नियुक्ति के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आने वाले कुछ दिनों में ही इन पदों को भरा जा सकता है।
गठबंधन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एचपीएससी के साथ हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्यों की नियुक्ति में भी जजपा को कोटा मिल सकता है। सरकार ने कुछ माह पूर्व ही भोपाल सिंह को आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया है। वे पहले आयोग के सदस्य रहे हैं।