रादौर, 10 अगस्त (निस)
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर आज दो दिन बाद अपने जिला कार्यकारिणी के साथ दिल्ली से लौटते हुए रादौर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 9 अगस्त को किसान संसद का आखिरी दिन था। किसानों और महिला किसानों ने भी सांसद बनकर बढ़ चढ़कर भाग लिया। अहंकारी और तानाशाही सरकार का रवैया किसानों के प्रति ठीक नहीं है।
गुर्जर ने कहा कि 26 अगस्त को आंदोलन को 9 महीना पूरे होने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता व किसान नेता राकेश टिकैत कस्बा रंजीतपुर में एक किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष रतनमान सहित प्रदेश स्तरीय नेता शामिल होंगे।
किसान आंदोलन को मजबूत करने सहित मांगों पर चर्चा
बाबैन (निस) : भारतीय किसान यूनियन (रतनमान गुट)की एक विशेष बैठक मंगलवार को लाडवा के किसान विश्राम गृह में हुई, जिसकी अध्यक्षता भाकियू नेता रामधारी भूरा डूडा द्वारा की गई। बैठक में करीब नौ महीने से दिल्ली बोर्डरों पर चल रहे किसान आंदोलन को और अधिक मजबूत बनाने सहित किसानों की मांगों पर चर्चा की गई। बैठक में कार्यकर्ताओं की 12 अगस्त को लेकर ड्यूटियां भी लगाई गई। 12 अगस्त को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व प्रदेशाध्यक्ष रतनमान सुबह 10 बजे कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में पहुंचकर भाकियू कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे तथा पत्रकार वार्ता भी करेंगे। बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए रामधारी भूरा डूडा ने कहा कि बैठक को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं की ड्यूटियां लगाई गई हैं। किसान आंदोलन को और अधिक मजबूत बनाने तथा अगली रणनीति बनाने के लिए ही 12 अगस्त को राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व प्रदेशाध्यक्ष रतनमान कुरुक्षेत्र जाट धर्मशाला में कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे और उनकी ड्यूटियां भी लगाएंगे। बैठक में राम कुमार खैरा, जसबीर सिंह जैनपुर, राम कुमार जैनपुर, मदन पाल बपदा, राम कुमार सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
गांवों की मिट्टी, जल लेकर सिंघू बॉर्डर रवाना हुए किसान
इन्द्री (निस) : तीन काले कृषि कानूनों को रद्द करवाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानूनी अधिकार प्राप्त करने के लिए भारतीय किसान यूनियन द्वारा नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। आंदोलन के इन्हीं नवाचारी तरीकों को आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए भाकियू के खण्ड प्रधान मंजीत लाल्लर की अगुवाई में उपमंडल के गांव गढ़ी बीरबल व खेड़ी मानसिंह के राजेश, सुरेन्द्र बुद्धरैण, राकेश, कर्मबीर, विकास, मनदीप व जसविंदर सहित युवा अपने गांव की पवित्र मिट्टी व जल लेकर किसान धाम सिंघू बॉर्डर दिल्ली रवाना हुए। गांव कलसौरा, चौरपुरा व नेवल सहित अनेक गांवों के किसानों ने सिंघू बॉर्डर जा रहे किसानों का सहयोग किया। मंजीत लाल्लर ने बताया कि युवा किसान गीत गाते हुए सिंघू बॉर्डर पहुंच रहे हैं। किसानों की एक ही मांग है- तीन कृषि कानून रद्द किए जाएं।