कुरुक्षेत्र, 15 नवंबर (हप्र)
कुंटिया कार्यकारिणी की बैठक प्रधान नीलकंठ शर्मा की अध्यक्षता में आज सोमवार को कुंटिया कार्यालय में हुई। बैठक में सभी कार्यकारिणी सदस्यों ने 8 नवंबर को हरियाणा सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र, जिसमें प्रदेश सरकार अब नई भर्तियां कर सकेगी ना कि विश्वविद्यालय, का एकमत से कड़े शब्दों में रोष प्रकट किया और विश्वविद्यालय प्रशासन से ये अपील की कि सरकार के इस तुगलकी फरमान को विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद आगामी अपने किसी बैठक में इसे एजेंडा बना करके न लेकर जाए क्योंकि यह विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर सीधे-सीधे हमला है। बैठक में प्रधान नीलकंठ शर्मा ने कहा कि जहां एक तरफ नई शिक्षा नीति के तहत सरकार विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को बढ़ाने की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालयों से भर्तियों के अधिकार को छीनकर वह उनकी स्वायत्तता पर हमला कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी एंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर आगामी 18 नवंबर से 23 नवंबर तक कुंटिया द्वारा 2 घंटे का रोष प्रदर्शन किया जाएगा।
कुंटिया महासचिव रविंद्र तोमर ने कहा कि ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी इंप्लाइज फेडरेशन की बैठक 14 नवंबर को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में संपन्न हुई, जिसमें हरियाणा के विभिन्न विश्वविद्यालयों से शिक्षक व गैर शिक्षक संगठनों व छात्र संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा भर्तियां अपने हाथ में लेने से राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ जाएगा, जिससे विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता में कमी आएगी। सरकार का यह फैसला यूजीसी की गाइडलाइंस के बिल्कुल विपरीत है। इस मौके पर वरिष्ठ उपप्रधान पोली राम, कैशियर डॉ अनिल भुक्कल, कार्यकारिणी सदस्य विजय सिंह, विक्रम कुमार मंडल, सत्यवीर शर्मा, सरोज शर्मा, संदीप सिंह आदि उपस्थित थे।