कुरुक्षेत्र, 22 नवंबर (हप्र)
ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी एंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन का क्रम जारी रखते हुए कुंटिया ने दूसरे दिन भी रोष प्रदर्शन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
उन्होंने सरकार से यह मांग की है कि गत 8 नवंबर हरियाणा सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र को तुरंत वापस लिया जाए जिसमें विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्तियां विश्वविद्यालयों से लेकर सरकार ने अपने हाथ में लेने की बात कही थी।
रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता कुंटिया प्रधान नीलकंठ शर्मा ने की और मंच संचालन महासचिव रविंद्र तोमर ने किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न
शिक्षक संघों और छात्र संगठनों को विश्वविद्यालयों के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ को इस मुद्दे पर समर्थन देना चाहिए। रोष प्रदर्शन में आज रामकुमार बोहट, हरि सिंह, जगदीश खनोदा, रामेश्वर सैनी, रामफल, रजवंत कौर, प्रदेश सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व प्रधान संत कुमार, पूर्व महासचिव भारत भूषण, पूर्व प्रधान रामकुमार गुज्जर आदि ने कर्मचारी विरोधी नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने साथ-साथ मिनिस्ट्रियल कॉमन कैडर बनाने का भी निर्णय ले लिया है जिससे विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों की प्रमोशंस में वरिष्ठता प्रभावित होगी।
इस मौके पर कुंटिया के वरिष्ठ उपप्रधान पोली राम, सह सचिव अनिल लोहट, प्रेस सचिव रुपेश खन्ना, कैशियर डॉ अनिल भुक्कल, अर्जुन सिंह, रणबीर सिंह व विक्रम कुमार मंडल आदि उपस्थित थे।