कुरुक्षेत्र, 6 अप्रैल (हप्र)
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ (कुंटिया) का चुनाव प्रचार आजकल चरम सीमा पर है। चुनाव 12 अप्रैल को होने निश्चित हुए हैं। कर्मचारी नेताओं और ग्रुपों द्वारा अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत को सुनिश्चित करने के लिए अपनी सारी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी है।
इस बार के चुनाव में सेल्फ फाइनेंस स्कीम (एसएफएस) के अंतर्गत लगे कर्मचारियों का मुद्दा भी मुख्य रूप से चुनावी मुद्दा बना हुआ है। एसएफएस के कर्मचारियों को बजटिड में समायोजित होने संबंधी पत्र के माध्यम से यह मांग जोर पकड़ रही है कि हरियाणा सरकार से इस बारे में आए पत्र को तुरंत लागू करवाया जाए। चुनाव मैदान में प्रधान पद के लिए अपनी किस्मत आजमा रही रजवंत कौर ने भी इस पत्र को विश्वविद्यालय के अधिकारियों तक पहुंचाकर कहा है कि जल्द ही पत्र को लागू किया जाए। चुनाव मैदान में प्रधान पद पर रजवंत कौर सहित कुल पांच उम्मीदवार मैदान में हैं।
इन पांच उम्मीदवारों में नीलकंठ शर्मा अपने परंपरागत ग्रुप से शेर के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि रामकुमार गुर्जर अपने परंपरागत ग्रुप छत्तरी के चुनाव निशान पर चुनाव लड़ रहे हैं। विरेन्द्र काजल आजाद उम्मीदवार के रूप ताला चाबी के चुनाव चिन्ह पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और महेन्द्र सिंह भी आजाद उम्मीदवार के रूप में बाल्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं।