चंडीगढ़, 29 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
यौन शोषण के आरोपों पर जांच का सामना कर रहे जींद के एसपी सुमित कुमार मंगलवार को चंडीगढ़ में राज्य महिला आयोग के समक्ष पेश हुए और उन्होंने अपने बयान दर्ज करवाए। इस बीच हरियाणा महिला आयोग ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच पूरी होने तक जींद के एसपी का तबादला करने की सिफारिश की है। वहीं इस मामले की जांच अधिकारी फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोग के समक्ष पेश हुईं और अपनी अब तक की जांच को लेकर स्टेटस रिपोर्ट दी।
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक पत्र पत्र वायरल हुआ था। इसमें जींद के एसपी पर महिला पुलिस कर्मियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया। इस मामले में कोई भी शिकायतकर्ता खुलकर सामने नहीं आया लेकिन मुख्यमंत्री ने डीजीपी को इस मामले की जांच के आदेश जारी किए। डीजीपी ने फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी को मामले की जांच सौंपी। इस बीच सोशल मीडिया में वायरल हो रहे पत्रों का संज्ञान लेते हुए महिला आयोग ने मंगलवार को जांच अधिकारी व आरोपी अधिकारी को तलब किया।
जींद के एसपी ने महिला आयोग पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाए। जिसमें उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि इस मामले में अभी तक एक भी शिकायकर्ता सामने नहीं आया है। जींद के एक यू-ट्यूबर की तरफ से फर्जी ई-मेल बनाकर शिकायत को वायरल किया गया है। पहली शिकायत बिना हस्ताक्षर के थी जबकि दूसरी शिकायत हस्ताक्षर के साथ आई। मामले की जांच कर रही फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी ने वीसी से पेश होकर अपनी जांच रिपोर्ट दी। बयान दर्ज करने के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा कि पत्र में जिन महिला पुलिस कर्मियों के नाम वायरल हुए हैं उन्हें सात नवंबर को आयोग के समक्ष पेश होकर बयान दर्ज करवाने के लिए कहा गया है। इस बीच महिला आयोग ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को पत्र लिखकर कहा है कि जींद के एसपी पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। मामले की जांच पूरी होने तक उन्हें या तो बदला जाए, या उनका मुख्यालय चंडीगढ़ किया जाए अथवा जांच पूरी होने तक उन्हें अवकाश पर भेजा जाए।
जांच में करूंगा सहयोग, बंद हो मीडिया ट्रायल
जींद के एसपी ने महिला आयोग में बयान दर्ज करवाने के बाद कहा कि इस केस में अभी तक एक भी शिकायतकर्ता सामने नहीं आई है। जांच अधिकारी के समक्ष भी किसी महिला पुलिस कर्मी ने बयान नहीं दिया है। एसपी ने महिला आयोग से इस मामले में हस्तक्षेप करके मीडिया ट्रायल बंद करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जींद जिले में तैनात सभी महिला पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज किए जाएं। इसके बाद भी अगर कुछ नहीं मिलता है तो उनकी शिकायत पर कार्रवाई की जाए क्योंकि इस प्रकरण में उनकी मानहानि हुई है।
दो आईएएस को अतिरिक्त कार्यभार
हरियाणा सरकार ने दो आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। विकास गुप्ता को उनके वर्तमान कार्यभार के साथ-साथ सिटिजन रिसोर्सिज इन्फॉर्मेशन डिपार्टमेंट के आयुक्त एवं सचिव के पद पर नियुक्त किया है। सीएम के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर के पास अभी तक यह चार्ज था। वी. उमाशंकर की केंद्र में प्रतिनियुक्ति हो चुकी है। उनके नवंबर में नई दिल्ली में ज्वाइनिंग करने की सूचना है। इसी वजह से उन्हें इस चार्ज से रिलीव किया है। इसी तरह जे गणेशन को भी उनके वर्तमान कार्यभार के साथ ही हरियाणा परिवार पहचान अथॉरिटी का चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफ़िसर (सीईओ) नियुक्त किया है। अभी तक विकास गुप्ता के पास यह चार्ज था।