नारनौल, 15 जुलाई (हप्र/निस)
महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती पर राजकीय महाविद्यालय में एकदिवसीय आर्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव बतौर मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आर्य समाज ने आजादी में बढ़ चढ़कर भाग लिया व आजादी से अब तक आर्य समाज के लोग इस संसार के लोगों को महर्षि दयानंद सरस्वती के पद चिन्हों पर चलकर समाज में फैली कुरीतियों को मिटाने की प्रेरणा देते हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती आधुनिक भारत के चिन्तक तथा आर्य समाज के संस्थापक थे। उन्होंने जब देश बुरे दौर से गुजर रहा था तब देश को अच्छाई के रास्ते पर लाने के लिए लोगों में जागृति लाने का कार्य किया। मंत्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने देश की आजादी के बाद स्वतंत्र भारत का जो सपना देखा था वह सपना पूरा नहीं हो सका। आजादी के बाद जो हुकमरानों ने सत्ता संभाली उन्होंने देश में बुराइयां भ्रष्टाचार व अन्य कुर्तियों के मिटाने के लिए जो कारगर कदम उठाने थे वह नहीं उठाए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महर्षि दयानंद सरस्वती के पद चिन्हों पर चलकर देश में समानता व प्रत्येक नागरिक को उसका हक दिलाने का कार्य किया। कार्यक्रम के दौरान आर्य समाज द्वारा देश व समाज के लिए किए गए कार्य के बारे में अनेक आर्य समाज से जुड़े लोगों ने अपना संबोधन दिया। इस मौके पर स्वामी अग्निवेश, स्वामी आदित्य वेश, जगमाल सिंह बहरोड़, वैध नंदराम ,वैदिक मिसाईल,सतबीर दताल, रामनिवास, रामावतार पुरूषार्थी, कप्तान जगराम आर्य,बहन कल्याणी आर्य हिसार,वासुदेव यादव, आचार्य कृष्णा यादव , प्रोफेसर गीता यादव, राजकुमार यादव पूर्व सरपंच नांगल काठा, मदनलाल गोगिया व डॉक्टर आर के जांगड़ा सहित अनेकों आर्य समाज से जुड़े लोग मौजूद थे।