ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 21 फरवरी
हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र में राज्यपाल अभिभाषण पर जवाब के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच शायराना जंग हुई। दोनों एक-दूसरे पर तंज कसते नजर आए। नौकरियों में भाई-भतीजावाद, पची-खर्ची जैसे मुद्दों पर दोनों आमने-सामने थे। पूर्व स्पीकर और बेरी विधायक डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान के अभिभाषण में चर्चा के दौरान लगाए गए गंभीर आरोपों के चलते दोनों नेताओं में भिड़ंत हुई।
कांग्रेस के आरोपों और हुड्डा द्वारा उठाए गए मुद्दों पर शायराना पलटवार में मनोहर लाल ने कहा – ‘सुन लेने से कितने ही सवाल सुलझ जाते हैं, सुना देने से हम फिर वहीं उलझ जाते हैं। हाथों-हाथ दूसरा शेर दागते हुए उन्होंने कहा, ‘हर बात में नुक्स नहीं बताया करते, बूंद को समंदर नहीं जताया करते, शेर को खरगोश आंख नहीं दिखाया करते’। चूंकि इस विवाद में डॉ़ कादियान में शामिल थे। सो, उन्होंने मनोहर लाल को जवाब देते हुए कहा – ‘वफा याद नहीं, दो ही तराने हैं, एक आपको याद नहीं और एक हमें याद नहीं’। वहीं सीएम पर पलटवार करते हुए हुड्डा ने कहा, ‘मेरी खामोशी की जरा लिहाज रखो, आपसे लफ्ज़ बर्दाश्त नहीं होंगे’। दोतरफा हमले के बाद मुख्यमंत्री भी कहां पीछे हटने वाले थे। तुरंत शेर दागा – ‘आंखों को मूंद लेने से खतरा न जाएगा, देखना पड़ेगा जो देखा न जाएगा’। दरअसल, कादियान ने पहले तो एचईआरसी के चेयरमैन नंदलाल शर्मा की नियुक्ति पर सवाल उठाए। फिर आरोप लगाया कि रेलवे सर्विस के एक अधिकारी को हरियाणा में प्रतिनियुक्ति पर लाकर हरियाणा लोकसेवा आयोग में डबल चार्ज दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा सही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि एचपीएससी के उपसचिव रहे अनिल नागर के पास से तीन करोड़ कैश के अलावा एक सीडी और चेक भी मिला था। सीडी में चैट थी। अपने जवाब में मनोहर लाल ने कादियान के आरोपों को मुद्दा बनाते हुए कहा, वे सबूत दें। सदन में वह सीडी मुहैया करवाएं। कादियान को बृहस्पतिवार तक का समय देते हुए सीएम ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव रखा। सीएम ने दोनों नियुक्तियों को सही ठहराते हुए कहा विनय नाम के इंडियन रेलवे सर्विस के अधिकारी को इसलिए प्रतिनियुक्ति पर लाया गया है क्योंकि वे रेलवे में भर्तियों का काम देखता था। इस मामले का एक्सपर्ट है। हरियाणा को इससे फायदा होगा। डबल चार्ज के आरोपों पर कहा, प्रदेश में कई आईएएस ऐसे हैं, जिन्हें कई-कई विभागों के चार्ज दिए हुए हैं। विनय कुमार को गोपनीयता या पेपर सैट करने जैसा कोई काम नहीं दिया।
सीएम के पलटवार पर भड़के कादियान ने कहा, जहां तीन करोड़ रुपए रखे हैं वहीं सीडी भी है। सीएम ने पिछले सत्र में जब गीता की कसम खाई थी तो उन्होंने माना था कि सीडी भी मिली। सीएम ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि विधानसभा का रिकार्ड निकाल कर चैक किया जाए। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कादियान को नसीहत देते हुए कहा कि अगर तथ्यहीन आरोप लगाकर सदन को गुमराह करने की कोशिश न करें। यह विवाद काफी देर तक चलता रहा।
बेरोजगारी पर सीएम ने किया पलटवार
सीएम ने कहा, मैं विपक्ष के लोगों को बधाई देता हूं कि अब वे भी बेरोजगारी का आंकड़ा नीचे ले आए हैं। सीएमईआई एजेंसी ने भी पिछले साल की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हरियाणा में 8 प्रतिशत बेरोजगारी दर है। यही एजेंसी कभी 37 प्रतिशत बताती है तो कभी 27 प्रतिशत। पीपीपी में दर्ज आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश में 7 प्रतिशत के लगभग बेरोजगारी दर है। इसे और भी कम करने की कोशिश सरकार लगातार कर रही है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि केंद्र के मंत्री ने ही संसद में स्वीकार किया है कि हरियाणा में बेरोजगारी दर नौ प्रतिशत है। यह देशभर में सबसे अधिक है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी माना है कि कांग्रेस सरकार के समय 2014 में प्रदेश में बेरोजगारी की दर करीब 3 प्रतिशत थी। यानी इन साढ़े नौ वर्षों में तीन गुणा बेरोजगारी बढ़ी है।