चंडीगढ़, 23 मार्च (ट्रिन्यू)
इस बार विधानसभा का बजट सत्र में नयी शुरुआत हुईं। पहली बार बजट पर चर्चा के लिए विधायकों को अध्ययन के लिए 4 दिन का अवकाश दिया गया। लोकसभा की तर्ज पर शून्यकाल चला, जिसमें ड्रा के जरिये विधायकों का चयन हुआ। देश में पहली बार किसी राज्य की विधानसभा में ऐसा किया गया है। यह बजट सत्र सबसे लंबा सत्र रहा। विधायकों ने कुल 81 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाए, जिनमें से 21 को स्वीकृत कर चर्चा कराई गई। 5 स्थगन प्रस्तावों में से दो को भी ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के साथ जोड़ा गया, जबकि तीन स्थगन प्रस्ताव रद कर दिए गए। 33 गैर सरकारी संकल्पों में से एक को मंजूर किया गया। दोनों प्राइवेट मेंबर बिल नामंजूर कर दिए गए। सरकार ने 18 विधेयक सदन पटल पर रखे, जिनमें 15 पास हो गए तथा दो बिलाें को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा गया है। एक बिल सरकार ने वापस ले लिया। प्रश्नकाल में विधायकों ने कुल 500 तारांकित सवाल लगाए थे, जिनमें 385 स्वीकार किए गए।