जींद, 10 जनवरी (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग में सीनियर मेडिकल ऑफिसर (एसएमओ) की डायरेक्ट भर्ती पर रोक, विशेषज्ञ कैडर बनाने और स्नातकोत्तर नीति में संशोधन की मांगें नहीं माने जाने से नाराज हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन (एचसीएमए) ने मंगलवार को ओपीडी नहीं करने के अपने निर्णय को बरकरार रखा है। इसे लेकर सोमवार को एसोसिएशन ने सीएमओ डाॅ. जेएस पूनिया से मुलाकात की और अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना था कि एसोसिएशन की मांंगों को माने जाने के बावजूद लिखित में सहमति नहीं मिली है, जिसके चलते अपने आंदोलन के प्रथम चरण में मंगलवार को ओपीडी बंद रखी जाएगी।
जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से उपप्रधान डा. रघुबीर पूनिया, सह सचिव डाॅ़ राजेश भोला, डाॅ. नरेश वर्मा, डाॅ़ संतलाल, डाॅ़ बृजेंद्र सिंह, डाॅ़ संतलाल ने कहा कि पांच दिसंबर को करनाल में प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक एकत्रित हुए थे और प्रदर्शन किया था। इसके बाद 12 दिसंबर को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ बैठक हुई थी। जिसमें समझौतों को लागू करने पर सहमति हुई थी लेकिन आज तक भी लिखित में इन समझौतों को लागू नहीं किया गया है। एसोसिएशन एसएमओ की डायरेक्ट भर्ती पर रोक, विशेषज्ञ कैडर बनाने और स्नातकोत्तर नीति में संशोधन किए जाने की मांग कर रही है लेकिन सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है। जिसके चलते चिकित्सकों में रोष है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की अनदेखी किए जाने के रोष स्वरूप चिकित्सक मंगलवार को ओपीडी बंद रखी जाएगी।
इसके बाद भी उनकी मांगों को अनसुना किया जाता है तो 14 जनवरी से एमरजेंसी सेवांए व पोस्टमार्टम सहित तमाम सेवाएं पूर्ण रूप से बंद रहेंगी।