जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 7 अक्तूबर
मिलर एवं आढ़ती मदन जिंदल द्वारा आत्महत्या करने से पूर्व छोड़े गए सुसाइड नोट में डीएम हैफड विकास देसवाल पर गंभीर आरोप लगाए जाने के मामले में पुलिस ने मृतक के परिजनों के माध्यम से रिकार्ड छानना शुरू कर दिया है। रिकार्ड फाइल पर आने के बाद न केवल डीएम हैफड बल्कि अधिकारियों के लिए काम करने वाले उन व्यापारियों के खिलाफ भी जांच की जानी है, जो पूरे विभाग को अपनी मुट्ठी में होने और जो चाहे करवा लेने का दम भरते हैं।
जानकारी के अनुसार मृतक की फूल रस्म संपन्न हो जाने के बाद अब पुलिस ने मृतक के परिवारजन को बुलाकर शैलर और आढ़त की दुकान आदि का वह रिकार्ड तलब किया है, जिससे उसके व्यापार आदि के बारे जानकारी मिल सके।
बक्सा- मुश्किलें बढ़ना तय
कानून के जानकारों की माने तो चूंकि आरोपी का नाम सुसाइड नोट में लिखा है, इसलिए उसकी मुश्किलें बढ़ना तय है। कुछ वर्ष पूर्व हुए करोड़ों रुपये के हैफड गेहूं घोटाले की फाइल अभी बंद नहीं हुई है जिसमें मंडी से जुड़े लोग ही संदिग्ध हैं।
जानकारों की माने तो यदि सुसाइड केस में लगाए गए आरोपों की गंभीरता से जांच होती है तो कुछ अधिकारियों और कुछ दलाल व्यापारियों के गठजोड़ के कारण फैल रहे भ्रष्टाचार का भ्रडाफोड़ भी हो सकता है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए मृतक के बेटे शुभम की शिकायत पर डीएम हैफेड के खिलाफ सिटी थाने में केस दर्ज हो चुका है।