करनाल, 5 मई (हप्र)
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों को उपचार में दी जा रही आक्सीजन पर अब प्रशासन की कमेटी की निगाह है। अतिरिक्त स्पोर्ट के लिए दी जाने वाली ऑक्सीजन की खपत उपयुक्त तरीके से बनी रहे और इसकी वेस्टेज भी ना हो, इसके लिए नगर निगम आयुक्त विक्रम की देखरेख में गठित एक कमेटी ने मोर्चा संभाल लिया है।
बुधवार को निगम आयुक्त ने कमेटी में शमिल निगम अधिकारी, डॉक्टर व आईएमए के प्रतिनिधि के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात के दृष्टिगत ऑक्सीजन की मात्रा पूरे देश में उपलब्धता के अनुसार नहीं है, इसके चलते जिला में भी प्रयासों से ऑक्सीजन की जरूरत पूरी की जा रही है, लेकिन जरूरत इस बात की है कि उपलब्ध ऑक्सीजन का सही-सही प्रयोग हो, इसकी वेस्टेज ना हो और यह ऐसे मरीजों को मिले, जिनको वास्तव में इसकी सख्त जरूरत है। उन्होंने बताया कि गठित कमेटी को निर्देशित किया गया है कि मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्तता को सुनिश्चित रहे, इसके लिए जरूरी है कि फ्लोमीटर रेगूलर चैक किए जाएं। इस बीच जिनमें लीकेज की आशंका थी, उसे ठीक करवायाा गया है और जो खराब दिखाई दिए उन्हें रिप्लेस करवा दिया गया है। उन्होंने कमेटी सदस्यों से कहा कि मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल में 24 घण्टे के दौरान फ्लोर व रोगी अनुसार ऑक्सीजन का औसतन फ्लो कितना रहा, इस पर नजर रखी जाए। प्रत्येक रोगी की नब्ज, जिसमें एसपीओ 2, सह रूग्णता (एक से अधिक बीमारी) और ऑक्सीजन स्पोर्ट का माध्यम देखना होगा। प्रत्येक फ्लोर पर स्थित आईसीयू वार्ड में ड्यूटी पर तैनात नर्स व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की डिटेल तथा ऑक्सीजन टैंक से प्रतिदिन प्रयोग के लिए निकलने वाले ऑक्सीजन सिलेण्डर की विवरण देना होगा।