जींद में रविवार को आयोजित प्रांतीय आर्य कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते स्वामी आर्यवेश। -हप्र
जींद (जुलाना), 18 फरवरी (हप्र)
महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वीं जयंती, स्वामी श्रद्धानंद व रामप्रसाद बिस्मिल की स्मृति में रविवार को जींद शहर के अर्बन एस्टेट में प्रांतीय आर्य कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश के निर्देशन एवं नशा बंदी परिषद हरियाणा के प्रधान स्वामी रामवेश के संयोजन में यह सम्मेलन हुआ। इस अवसर पर जगफूल ढिल्लों मौजूद थे। स्वामी आर्यवेश ने कहा कि आर्य समाज पूरे संसार के उपकार की बात करता है। यह वर्ष स्वामी दयानन्द के जन्म का 200वां वर्ष है। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि देश की राजधानी दिल्ली में स्वामी दयानन्द का अंतर्राष्ट्रीय स्मारक बनाये। स्वामी रामवेश ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय नीति बनाकर नशाबंदी लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि नशे ने युवाओं के साथ देश को बर्बाद करने का काम किया है। स्वामी आदित्यवेश ने कहा कि केंद्र सरकार स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करके किसान आंदोलन को समाप्त करवाए। किसान इस देश की रीढ़ है। किसान को सम्मान देकर उसका मान बढ़ेगा तो ही यह देश तरक्की करेगा। बहन पूनम आर्य ने कहा कि आज बच्चों को संस्कारित करने की आवश्यकता है। इस भूमिका में माताओं को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। एडवोकेट रणधीर रेढू ने कहा कि आर्य समाज को जींद में ओर ज्यादा सक्रिय किया जायेगा। इस मौके पर प्रवेश आर्या, भजनोपदेशक कुलदीप आर्य, वीरेंद्र आर्य, सूरजमल आर्य, जगमति मलिक आदि मौजूद रहे।
‘युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा नशा’
जींद (हप्र) : आर्य सम्मेलन में मुख्य अतिथि वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनूप मलिक ने कहा कि समाज के सामने आज सबसे बड़ी चुनौती युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने की है। नशा युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। आर्य समाज शुरू से समाज सुधार में अहम भूमिका निभाता आ रहा है। युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए अब भी आर्य समाज को आगे आकर समाज को जगाना होगा। स्वर्गीय चौधरी मातूराम बड़े आर्य समाजी थे, जिन्होंने नशा और दूसरी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उनसे प्रेरणा लेकर समाज और युवाओं को नशे से बचाने के लिए आगे आना होगा। इस मौके पर सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के स्वामी आर्यवेश, स्वामी आदित्यवेश, हरी सिंह सैनी, आचार्य राजेंद्र मौजूद थे।