चंडीगढ़/भिवानी, 1 जनवरी (ट्रिन्यू/हप्र)
भिवानी के डाडम माइनिंग क्षेत्र में पहाड़ खिसकने से हुए हादसे की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है। नये साल के पहले ही दिन सुबह हुए इस हादसे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नोटिस लिया है। शाह से इस घटना को लेकर सीएम मनोहर लाल खट्टर से फोन पर बात भी की और उन्हें बचाव कार्य तेजी से करवाने को कहा। इधर, प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच का ऐलान किया है।
दरअसल, शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे के पास अचानक यह हादसा हुआ। उस समय माइनिंग एरिया में एक जेसीबी, डंपर के अलावा मजदूर काम कर रहे थे। कई मजदूरों के मलबे के नीचे दबे होने की सूचना है। हादसे में 4 लोगों की मौत होने की बात सामने आई है। सीएम मनोहर लाल खट्टर सुबह से ही भिवानी प्रशासन से पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे। वहीं गृह मंत्री अनिल विज ने भिवानी एसपी से भी बात की और सीएमओ (सिविल) सर्जन को अस्पतालों में घायलों को तुरंत उपचार मुहैया करवाने के आदेश दिए। यहां बता दें कि डाडम माइनिंग पहले भी विवादों में आ चुकी है। इस एरिया में अवैध माइनिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सख्त टिप्पणी कर चुका है। विधानसभा में भी यह मुद्दा सुर्खियों में रह चुका है। इस माइनिंग एरिया में कई ठेकेदारों ने माइनिंग के लिए प्लाट लिए हुए हैं। बड़ी बात यह है कि इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी पहाड़ धरकने के पीछे प्राकृतिक कारण बताया जा रहा है।
एक ठेकेदार द्वारा वीडियो जारी करके कहा गया है कि पहाड़ के दोनों साइड फोरेस्ट लगता है। फोरेस्ट की ओर से पहाड़ खिसकने की वजह से यह हादसा हुआ। इस एरिया में पहाड़ों को तोड़ने के लिए विस्फोट करना भी आम बात है। विपक्ष ही नहीं, सत्तापक्ष के लोगों ने भी इस हादसे पर गंभीर सवाल उठाते हुए इसकी जांच करने की मांग की है। भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा, मैंने इतना बड़ा हादसा आज तक नहीं देखा।
पत्थरों के नीचे दबे हो सकते हैं कई लोग
प्रशासन के अनुसार मृतकों में बिहार का क्रेन ऑपरेटर तूफान सिंह, ड्रिल मशीन ऑपरेटर जींद के मोरखी गांव का संजय कुमार और तोशाम का बिजेंदर शामिल हैं। दो घायलों का उपचार अभी चल रहा है। वहीं पहाड़ के मलबे में और लोगों के दबे होने की बात भी स्वीकार की है। डीएसपी मनोज कुमार के अनुसार अभी तक इस मामले में किसी पक्ष की शिकायत नहीं आई है।
ड्रिल से तोड़ा जा रहा पत्थर
पहाड़ से गिरे पत्थरों को हटाकर लोगों को तलाशा जा रहा है। प्रशासनिक टीमें फिलहाल ड्रिल मशीनों के जरिये पत्थरों को तोड़ने का काम कर रही हैं मगर इसमें बहुत ज्यादा वक्त लग रहा है। पत्थरों के नीचे दबे लोगों की संख्या को लेकर भी कोई स्पष्ट आंकड़ा न तो जिला प्रशासन बता पा रहा है और न ही मौके पर खनन करवा रहा ठेकेदार।
लापरवाही और गड़बड़ी से हुआ हादसा : सांसद
सांसद ने कहा कि बिना लापरवाही और गड़बड़ी के यह हादसा नहीं हो सकता। खनन में गड़बड़ी छुपाई व दबाई जाती हैं। उनका कहना है कि अगर सरकार ने समय रहते कार्रवाई की होती तो यह हादसा न होता। धर्मबीर सिंह ने कहा कि वे इस बारे में मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे ताकि निष्पक्ष जांच हो सके। धर्मबीर सिंह ने कहा, कोई कितना भी बड़ा आदमी क्यों न हो, कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया है कि ठेकेदारों द्वारा यहां बदमाशों को तैनात करके गड़बड़ करवाई जाती है।
मुख्यमंत्री बताएं हादसे के लिए कौन है जिम्मेदार : सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार की नाक तले खुलेआम अवैध माइनिंग हो रही है। इस धंधे में कई सफेदपोश भी शामिल हैं, जो करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि सरकार में इस हादसे की जिम्मेदारी कौन लेगा और इस पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच करवाई जाएगी या नहीं। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार में हर तरफ भ्रष्टाचार हो रहा है। डाडम क्षेत्र में इतना ज्यादा खनन होने के पीछे सरकार का हाथ है।
प्राथमिकता दबे लोगों की जान बचाना : शर्मा
खनन एवं भूविज्ञान मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा, हमारी पहली प्राथमिकता मलबे में दबे हुए लोगों की जान बचाना है। इस दुर्घटना की जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शाह ने किया ट्वीट
डाडम माइनिंग हादसे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट भी किया है। ट्वीट में कहा, ‘भिवानी में माइनिंग साइट पर लैंडस्लाइड से हुआ हादसा दुखद है। सीएम से बात की है। प्रशासन बचाव कार्यों में लगा है। अधिक से अधिक जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना करता हूं’।
बचाव कार्य में जुटी टीमें
गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करके बताया कि अभी तक इस हादसे में चार लोगों की मौत हुई है। गाजियाबाद ने एनडीआरएफ, मधुबन से एसडीआरएफ के अलावा हिसार से आर्मी की एक यूनिट बचाव कार्य में जुटी है। सीएम इस मामले में पूरी जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने सुबह ही डीसी से फोन पर बात कर उन्हें बचाव कार्यों में तेजी लाने को कहा। सीएम ने एनडीआरएफ व आर्मी टीम मौके पर भेजने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात की।
हादसे के लिए सरकार जिम्मेदार : सैलजा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि डाडम खनन क्षेत्र में हुई भीषण दुर्घटना के लिए प्रदेश की गठबंधन सरकार जिम्मेदार है। सैलजा ने कहा लापरवाही के लिए मौजूदा सरकार पूरी तरह ज़िम्मेदार है। साथ ही मृतकों के परिजनों और घायलों को मुआवजा दिया जाए।
हादसे से आहत हूं : खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस घटना को लेकर जिला प्रशासन के निरंतर संपर्क में है। उन्होंने ट्वीट किया, भिवानी के डाडम खनन क्षेत्र में भूस्खलन की घटना से दुखी हूं। मैं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं, ताकि तेजी से बचाव अभियान सुनिश्चित किया जा सके और घायलों की तत्काल सहायता की जा सके।