उकलाना मंडी, 6 नवंबर (निस)
किसानों को डीएपी उपलब्ध न करवाना सरकार की नाकामी साबित करता है। यह आरोप कांग्रेस की प्रदेश महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा प्रैस वार्ता के दौरान लगाये। वह गांव मदनपुरा में एक कार्यकर्ता के प्रतिष्ठान पर शादी समारोह में बधाई देने पहुंची थी। इससे पहले प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। किसानों को पहले खाद बीज के लिए मारे-मारे फिरना पड़ता है और फिर किसानों को अपनी फसल को औने- पौने दाम पर बेचना पड़ता है। इसके बाद कुमारी सैलजा ने सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. सुरेंद्र सेलवाल व शिक्षिका मीना सेलवाल से बीच रास्ते में मुलाकात की। सैलजा ने गांव की बुजुर्गों, महिलाओं से बात की। इस मौके पर हरियाणा लीगल सैल के प्रदेशाध्यक्ष लाल बहादुर खोवाल, कर्ण सिंह लितानी पूर्व सरपंच ईश्चर, पूर्व सरपंच राजेश भुटानी, चंद्र हर्ष, मक्खन लाल बिश्रोई, गांव मदनपुरा के सरपंच कुलदीप सिंह, डॉ. रघुवीर लितानी, अनिल लितानी, रोहताश खेदड़, जोगीराम खेदड़, बाला देवी खेदड़, डॉ. सुरेंद्र सेलवाल, जगदीश धतरवाल, सत्यवान बालक, ओम बिश्रोई, विनोद मितल, वीरेंद्र सेलवाल, तुषार भुटानी, महिला कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष संतोष जांगड़ा, पिंकी,अंगूरी देवी सहित अनेक लोग मौजूद थे।
कांग्रेस की हार के वजय जानने को कमेटी गठित
पत्रकार वार्ता में कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आते-आते रह गई, हाईकमान द्वारा इसका विश्लेषण किया जा रहा है। पार्टी किन वजहों से हारी इसके लिए एक कमेटी गठित की गई है। सैलजा ने कहा कि पार्टी का सीएलपी लीडर का चुनाव भी पार्टी हाईकमान करेगी। इस पर आखिरी फैसला पार्टी हाईकमान का होगा। जब उनसे पूछा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चुनाव हार गए है तो क्या पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बदला जाएगा तो इस पर उन्होंने कहा पार्टी हाईकमान फैसला करेगा। प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी पर उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी हाईकमान का है, पार्टी जो जिम्मेदारी देगी हम करेंगे। उन्होंने कहा कि पांच साल हमें हरियाणा में जमीनी स्तर पर काम करना है और जनता की आवाज को बुलंद करना है।