लोहारू, 19 जून (निस)
पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी करण सिंह गोठड़ा ने कहा कि सरकार को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में धांधली के आरोपों की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए। पेपर लीक, फर्जीवाड़ा और धांधली ने युवाओं का भविष्य चौपट कर दिया है। पहले नीट के पेपर लीक होने की खबरें आईं और अब परीक्षा परिणाम में धांधली के आरोपों से लाखों युवाओं और उनके परिवार चिंता में हैं। पूर्व शिक्षा अधिकारी बुधवार को यहां तनाव ग्रसित प्रतियोगी परीक्षार्थियों की काउंसलिंग कर रहे थे।
गोठड़ा ने कहा नीट परीक्षा में 67 बच्चों के 720 में से 720 नंबर, उनमें भी एक केंद्र से 8 तथा एक स्कूल के 6 विद्यार्थी हैं। 68 व 69 वें के 719 व 718 अंक, जो संभव ही नहीं। क्योंकि प्रत्येक प्रश्न के 4 नंबर तथा गलत होने पर – 1 नंबर कटता है। अगर 1 प्रश्न गलत हुआ तो 715 नंबर आएंगे। 718 व 719 नहीं। कुछ नहीं, बल्कि बहुत कुछ गड़बड़ हुआ है।
उन्होंने कहा कि नीट की परीक्षा के लिए विद्यार्थी दिन-रात एक कर पढ़ाई करते हैं लेकिन उसका परिणाम ऐसा हो तो विद्यार्थी अंदर से टूट जाता है। स्थिति यह है कि भाजपा शासन में चाहे नौकरी के लिए परीक्षा हो या प्रवेश के लिए परीक्षा, परीक्षा तंत्र से लोगों का विश्वास पूरी तरह से टूट चुका है। एक ही परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों को 720 में से 720 अंक मिलना संदेह पैदा करता है। समय की बर्बादी के नाम पर ग्रेस मार्क्स देने में गड़बड़ियों ने लाखों छात्रों की वर्षों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए। विद्यार्थी भी संयम बनाकर रखें जल्दबाजी में कोई गलत कदम न उठाए।