नरेन्द्र ख्यालिया/निस
हिसार, 21 अक्तूबर
कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया अपने हाथों में लेने का फैसला हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। परेशान विभाग ने अपने हाथ खड़े करते हुए बची हुई दाखिला प्रक्रिया कॉलेजों के कंधों पर डाल दी है। इसके अतिरिक्त पहले की मेरिट सूचियों में आरक्षण की गड़बड़ी को भी कॉलेज ही सुधारेंगे। गौर हो कि कोरोना के चलते हायर एजुकेशन ने प्रथम वर्ष की बीए, बीएससी, बीकॉम व अन्य कक्षाओं की दाखिला प्रक्रिया को अपने हाथों में लेते हुए सब कुछ ऑनलाइन करने की योजना बनाई थी। शिक्षा विशेषज्ञों से मिली जानकारी के अनुसार पहली मेरिट सूची ने ही सबको दंग कर दिया, क्योंकि आरक्षित श्रेणियों के छात्रों का दाखिला सामान्य श्रेणी में कर दिया गया। जिससे सामान्य श्रेणी के छात्र का टॉप रैंक होते हुए भी राजकीय कॉलेजों में दाखिला नहीं हो पाया। इन समस्याओं का निदान करने के लिए हायर एजुकेशन ने अब फिर कॉलेजों की तरफ ताकना शुरू कर दिया है और नई एडवायजरी जारी करते हुए कॉलेजों से प्रतीक्षा सूची की मांग करते हुए 26 अक्तूबर तक दाखिला पोर्टल को खोल दिया है। इसकी सूची को कॉलेजों के साथ 28 अक्तूबर को शेयर किया जाएगा। कॉलेज अपनी सुविधानुसार ओपन कौंसिलिंग करवा सकेंगे। नई एजवायजरी में स्पष्ट है कि गवर्नमेंट कॉलेजों को दाखिला फीस ऑनलाइन लेनी होगी।