पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 5 मार्च
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि इस बार किसान गेहूं फसल ट्रैक्टर-ट्राली में लेकर संसद के गेट पर बेचने के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि किसानों को किसी भी जगह फसल बेचने का हक दिया है। ऐसे में वह पूरे देश में किसी भी जगह जाकर फसल बेच सकता है। इसलिए किसान ट्रैक्टर-ट्राली में गेहूं रखकर संसद पर जाएगा और संसद के बाहर गेहूं बेचेगा।
टिकैत ने कहा कि संसद भी एक बड़ी मंडी है, जहां व्यापारी बैठे हैं और वहां अपने फायदे के कानून बनाते हैं। संसद सबसे बड़ा इंसाफ का मंदिर है और हम इंसाफ के लिए संसद पर जाएंगे। अगर पुलिस रोकने का प्रयास करेगी, तो उसको बता दिया जाएगा कि आंदोलन करने नहीं, बल्कि संसद पर गेहूं बेचने के लिए जा रहे हैं। इसके बाद भी किसान को रोकने का प्रयास हुआ,तो हम टैंट लगाकर उसी जगह पर बैठ जाएंगे। भाकियू नेता राकेश टिकैत शुक्रवार दोपहर को कुंडली बॉर्डर पर किसानों के बीच पहुंचे थे।
सर्दी मे खत्म हुई बातचीत सर्दी में ही होगी शुरू
टिकैत ने कहा कि गर्मी का पूरा इंतजाम किसानों ने कर लिया है। किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे होने के साथ ही 22 जनवरी के बाद सरकार के साथ बातचीत नहीं होने को लेकर टिकैत ने कहा कि सरकार ने सर्दी में बातचीत खत्म की थी, तो अब आगे सर्दी में ही बातचीत शुरू होगी। यहां से दिल्ली की एक-एक कील निकाल कर ही किसान वापस जाएंगे। टिकैत ने कहा कि केएमपी जाम को सफल बनाना है, तो उसमें किसी तरह का बवाल नहीं हो, उसका भी ध्यान रखना है।
प़ बंगाल का दौरा 12 से
टिकैत ने कहा कि किसान नेता 12-14 मार्च तक बंगाल में रहेंगे। वहां किसानों के साथ ही आम लोगों को बताया जाएगा कि किस तरह से सरकार उनका हक छीन रही है। एमएसपी नहीं मिल रही है तो गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। वहां सरकार व सहयोगी दलों का विरोध किया जाएगा।
चमकीली कोठियों में बैठकर नहीं होगा किसानों के भाग्य का फैसला
झज्जर (हप्र) : टीकरी बॉर्डर और बहादुरगढ़ में किसानों के बीच शुक्रवार को आए किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ हुंकार भरी। टिकैत ने कहा कि किसान यह फैसला कर चुका है की अपनी फसल वह एमएसपी पर ही बेचेगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि यदि उन्हें उनकी फसल का उचित भाव नहीं मिलता है तो वह अपनी फसल ट्रैक्टर में भरकर दिल्ली ले जाए। टिकैत ने कहा की किसानों की पगड़ी पर एक तरह से सरकार ने हाथ डालने का काम किया है। सरकार को किसान का भुगतान हर हाल में करना होगा क्योंकि किसान और मजदूर सरकार को अब कतई छोड़ने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि आज के दिन किसान आंदोलन को खाप का साथ मिल रहा है और उसी के डर से किसानों से सरकार बात करेगी। उन्होंने कहा कि चमकीली कोठियों में बैठकर किसानों के भाग्य का फैसला नहीं होगा बल्कि किसान से पूछ कर ही कानून बनेगा। कल हर हाल में केएमपी को किसान बंद करेंगे।