चंडीगढ़, 5 नवंबर (ट्रिन्यू)
राजनीतिक पहुंच की आड़ में वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव बनाने वाले अधिकारी व कर्मचारी अब नपेंगे। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य विभाग ने तो अपने जिलों के सभी अधिकारियों को दो-टूक कह दिया है कि ऐसे कर्मचारियों के साथ सख्ती से निपटा जाए। फील्ड से बड़ी संख्या में कर्मचारियों के खिलाफ इस तरह की शिकायतें आने के बाद स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के महानिदेशक ने कड़ा नोटिस लिया है। उन्होंने सभी सीएमओ (सिविल सर्जन) को पत्र लिखकर इस बाबत निर्देश दिए हैं।
इसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि अपने सीनियर पर राजनीतिक पहुंच का रौब जमाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग में अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा निजी हितों के लिए अपने सीनियर पर राजनीतिक दबाव बनाने की ढेरों शिकायतें निदेशालय पहुंची हैं। महानिदेशक ने ऐसे लोगों पर हरियाणा सिविल सेवा नियम-2016 के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से इस संबंध में सभी जिलों के सिविल सर्जन और प्रधान चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। लिखित आदेश के मुताबिक अक्सर देखने में आया है कि अधिकारी या कर्मचारी अपनी सेवा से जुड़े मामलों में अपने हितों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वरिष्ठ अधिकारियों पर राजनीतिक प्रभाव डालने की कोशिश करते हैं। यह हरियाणा सिविल सेवा नियम-2016 के नियम 26 का उल्लंघन है। इसलिए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को इन नियमों का पालन करना चाहिए। ऐसा न करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग में अच्छा पद पाने के लिए सबसे ज्यादा सिफारिश की जाती है।
इधर मंत्रियों ने शुरू की ‘क्लास’
विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अधिकारियों-कर्मचारियों की चूड़ी टाइट करने का बयान दे चुके हैं। नतीजों के बाद भी उन्होंने यह बात दोहराई थी। अब नायब सरकार के मंत्रियों ने भी अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रति तेवर कड़ कर लिए हैं। बिजली, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज अंबाला में अधिकारियों को चेतावनी दे चुके हैं।