चंडीगढ़, 12 मार्च (ट्रिन्यू)
प्रदेश में अनुसूचित जातियों के अलावा गरीब परिवारों की बेटियों के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना को और सरल किया जाएगा। बजट में इसका ऐलान किया गया। शगुन योजना के लिए आवेदन करने के बाद पैसा मिलने में कई-कई महीने लग जाते हैं। अब शादी से पहले या शादी वाले दिन तक ही शगुन का पैसा मिलेगा। शुगन राशि के रूप में 31 से लेकर 51 हजार रुपये तक की आर्थिक मदद सरकार करती है। हरियाणा के बुजुर्गों, बेसहारा व विधवा महिलाओं तथा दिव्यांगों के लिए यह राहत भरी खबर हो सकती है कि सरकार ने उनकी मासिक पेंशन में 250 रुपये का इजाफा किया है। यह बढ़ोतरी पहली अप्रैल, 2021 से लागू होगी। राज्य में भाजपा की गठबंधन सहयोगी जननायक जनता पार्टी के दबाव और मांग को फिलहाल सरकार ने स्वीकार नहीं किया है। जेजेपी ने चुनावों में बुढ़ापा पेंशन 5100 रुपये करने का ऐलान किया था। पिछले कई दिनों से जेजेपी नेताओं द्वारा इसके लिए सरकार से मांग भी की जा रही थी और अंदरखाने दबाव भी था। जेजेपी की कोशिश थी कि पेंशन को कम से कम 3100 रुपये करवाया जाए। ऐसा इसलिए भी क्योंकि पिछले साल भी पेंशन में इजाफा नहीं हुआ था। मगर कोरोना महामारी की वजह से बिगड़ी अर्थव्यस्था के बीच सरकार यह वित्तीय बोझ झेलने की स्थिति में फिलहाल नहीं थी। बहरहाल, राज्य में बुजुर्गों, विधवा व बेसहारा महिलाओं, दिव्यांगों, किन्नर व बौनों को 2250 की बजाय 2500 रुपये मासिक पेंशन देगी। बेसहारा बच्चों को 1350 रुपये मासिक तथा स्कूल नहीं जाने वाले दिव्यांग बच्चों को 1650 रुपये मासिक मिल रहे हैं। इन दोनों योजनाओं में राशि बढ़ोतरी का बजट में तो कोई जिक्र नहीं है, लेकिन बाद में सरकार इस बारे फैसला भी कर सकती है। विस्तृत बजट में भी योजना को लेकर पूरी जानकारी आने की उम्मीद है।