पंचकूला, 19 जुलाई (ट्रिन्यू)
आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन ने महिला एवं बाल विकास विभाग की महानिदेशक से साफ कह दिया है कि जब तक सरकार उन्हें मोबाइल उपलब्ध नहीं कराती तब तक वो पोषण ट्रैक्टर एप डाउनलोड नहीं कर सकती। उन पर बेवजह दबाव बनाया गया तो वो प्रदेशस्तरीय आंदोलन करेंगी। यूनियन इससे संबंधित एक बैठक 23 जुलाई को रोहतक में करेंगी।
आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन हरियाणा का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्री शर्मा के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग की महानिदेशक हेमा शर्मा से उनके कार्यालय में मिला था। बैठक में विभाग की संयुक्त निदेशक राजबाला कटारिया भी मौजूद थीं।
यूनियन नेताओं ने कहा की केंद्र सरकार ने 13 जनवरी को पोषण ट्रैक्टर एप डाउनलोड करने के काम के साथ राज्य सरकार और विभाग को हिदायत दी थी कि वर्करों को इसके लिए 8 हजार रुपए दिए जाएं और इसके लिए सभी स्तरों पर ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाए। विभाग ने ऐसा नहीं किया और वर्करों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह इस काम को करेंगे। यूनियन नेताओं ने कहा की इस प्रकार की तानाशाही नहीं चलेगी। इस मौके पर महासचिव शकुंतला व सीआईटीयू प्रदेश महासचिव जय भगवान, यूनियन राज्य सचिव सरस्वती, उपाध्यक्ष रूपा राणा, कोषाध्यक्ष महाबीर प्रसाद, कमेटी नेता कृष्णा मौजूद थे।
कई महीनों से नहीं दिया केंद्रों का किराया
यूनियन नेताओं ने कहा कि शर्म की बात है की हरियाणा सरकार ने अभी तक भी केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2018 में की गई बढ़ोतरी को लागू नहीं किया है। मुख्यमंत्री द्वारा मानदेय को महंगाई के आंकड़ों को साथ जोड़ा था। इसके बाद केवल एक बार ही महंगाई भत्ता मिला है। इसके अलावा वर्करों का कई माह का मानदेय बकाया है। उन्होंने केंद्रों का कई माह का किराया भी देना है, जिसे तुरंत जारी किया जाए। इस पर महानिदेशक ने कहा कि किराए, मानदेय का बकाया जल्द जारी होगा। बीमा और रिटायरमेंट लाभ बारे जल्द ही पॉलिसी तैयार होगी।