चंडीगढ़, 23 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा के प्रस्तावित नये विधानसभा भवन के निर्माण की राह में चंडीगढ़ के अधिकारियों ने रोड़े अटका दिए हैं।
यूटी अधिकारियों ने सचिवालय के आसपास कैपिटल काम्प्लेक्स में विधानसभा भवन के लिए जगह देने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि यह हेरिटेज (विरासत) एरिया में आता है और इससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।
सरकार को आईटी पार्क रोड पर और पंचकूला रोड स्थित कलाग्राम के सामने 2 साइटों पर नया विधानसभा भवन बनाने का सुझाव दिया गया है, लेकिन हरियाणा इन साइटों को सही नहीं मान रहा है। मंत्रियों और विधायकों को सचिवालय आना-जाना पड़ता है। विधानसभा की विभिन्न कमेटियों की बैठक भी नियमित होती हैं। ऐसे में यदि कलाग्राम और आईटी पार्क रोड पर नया विधानसभा भवन बनाया गया तो सचिवालय व नये विधानसभा भवन के बीच कई किलोमीटर की दूरी हो जाएगी। मंत्रियों व विधायकों के लिए सचिवालय तथा विधानसभा आने-जाने में कठिनाई होगी। इसे लेकर विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता यूटी अफसरों से खफा हैं। उन्होंने मामला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने रखने का मन बनाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी इससे अवगत करा दिया गया है। शाह का अगले कुछ दिनों में चंडीगढ़ दौरा है। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ दौरे के दौरान शाह से मिलने का समय मांगा है।
शाह को यूटी के अफसरों के रवैये के बारे में बताया जाएगा। यदि शाह का चंडीगढ़ दौरा स्थगित होता है तो दिल्ली में समय लेकर स्पीकर और मुख्यमंत्री अमित शाह से मिलेंगे। यह स्थिति तब है, जबकि चंडीगढ़ के डीसी और गृह सचिव पद पर हरियाणा काडर के अधिकारी तैनात हैं। हालांकि, पता चला है कि अडंगा पंजाब राजभवन से डाला गया है। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ यूटी के प्रशासक तथा प्रशासक के सलाहकार के स्तर पर हरियाणा को अपने नये विधानसभा भवन के लिए जमीन मिलने को लेकर सकारात्मक संकेत नहीं मिले हैं।
पंजाब के सीएम मान से मिलेंगे स्पीकर
हरियाणा विधानसभा के 20 से ज्यादा कमरे पंजाब विधानसभा ने कब्जा रखे हैं। स्पीकर ने शाह के साथ चर्चा के लिए नोट तैयार कर लिया है। उन्होंने अफसरों की आपत्ति पर भी जवाब तैयार किया है। स्पीकर का कहना है कि कैपिटल काम्प्लेक्स स्थित हम अपने पुराने विधानसभा भवन पर कब्जा नहीं छोड़ेंगे। यदि कैपिटल काम्प्लेक्स में नयी जगह मिलने में कोई बाधा है तो हम अपने पुराने विधानसभा भवन का स्वरूप भी बदलने के लिए तैयार हैं। लेकिन अधिकारी इसके लिए भी अनुमति देने को तैयार नहीं हैं। स्पीकर ने बताया कि पंजाब विधानसभा से अपने हिस्से के कमरों का कब्जा छुड़वाने के लिए वह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करेंगे।