दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 11 मई
अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग की बेटियों को विवाह पर मिलने वाले ‘शगुन’ में रोड़ा बनने वाले अफसर अब नपेंगे। समय पर पैसा नहीं देने और गरीब परिवारों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर कटवाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। पूरे हरियाणा में ‘मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना’ की जांच होगी। यह जांच सरकार का कोई विभाग नहीं, बल्कि हरियाणा विधानसभा की अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण कमेटी करेगी। इस योजना के तहत 31 हजार से 71 हजार रुपये तक शगुन मिलता है।
दैनिक ट्रिब्यून ने ‘मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना : समय पर नहीं मिलती धनराशि’ शीर्षक के साथ 18 मार्च के संस्करण में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने इस पर कड़ा नोटिस लेते हुए बुधवार को कमेटी सदस्यों के साथ अहम बैठक की। इसमें वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के अलावा योजना से जुड़े विभाग के अधिकारियों को भी तलब किया गया।
स्पीकर ने एससी-एसटी मामलों की कमेटी को सभी जिला मुख्यालयों पर जाकर पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सेवा का अधिकार कानून लागू है, ऐसे में इस योजना में देरी हो रही है तो संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों पर इस कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। समिति की बैठक में एससी-बीसी वर्गों से संबंधित योजनाओं को लागू करने में आ रही पेचीदगियों पर भी चर्चा हुई। विधानसभा की सख्ती के बाद वित्त विभाग ने कहा कि योजना का लाभ अब गरीब परिवार की बेटियों के विवाह के दिन ही उपलब्ध करवाया जाएगा। मुख्यालय से जिला प्रशासन के बैंक खातों में एडवांस पैसा जमा करवाया जाएगा। बैठक में समिति चेयरमैन ईश्वर सिंह, लक्ष्मण सिंह नापा, राजेश नागर, सत्यप्रकाश जरावता, रेणु बाला, शीशपाल केहरवाला, चिरंजीव राव, रामकरण काला, धर्मपाल गोंदर मुख्य रूप से मौजूद रहे। वहीं वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के अलावा स्कूल शिक्षा विभाग के एसीएस डॉ़ महावीर सिंह, महानिदेशक जे़ गणेशन, विधानसभा के अतिरिक्त सचिव पुरुषोत्तम दत्त, कमेटी अधिकारी कंवर सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
विवाह के बाद शगुन का औचित्य नहीं
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने दो-टूक कहा, विवाह शगुन योजना का फायदा तभी होगा, जब परिवारों को विवाह से पहले यह पैसा मिले। शादी के बाद शगुन का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि शगुन राशि विवाह के दिन या इससे कुछ दिन पहले हर हाल में मिलनी चाहिए।