यमुनानगर,14 सितंबर (हप्र)
किसानों ने तीनों अध्यादेशों के खिलाफ प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजने का सिलसिला शुरू कर दिया है। आज यमुनानगर जिला में 2000 पोस्ट कार्ड प्रधानमंत्री को पोस्ट किए गए। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर के निवास पर यमुनानगर में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला प्रधान सुभाष गुर्जर ने तीन अध्यादेशों के खिलाफ पीपली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों, व्यापारियों, मजदूरों व मुनीमों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि सितंबर महीने में पूरे हरियाणा से भारतीय किसान यूनियन आध्यादेशों के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम एक लाख एक हजार पोस्टकार्ड डालेंगे। गुर्जर ने बताया कि जिला यमुनानगर से भी दस हजार पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री के नाम डाले जाएंगे। आज यहां यमुनानगर डाकघर में दो हजार कार्ड पोस्ट किए गए हैं।
इस मौके पर जयपाल चमरौड़ी जिला उपाध्यक्ष, अशोक शर्मा खजूरी मंडल उपाध्यक्ष, मोहनलाल मुंडाखेड़ा प्रधान छछरौली, बाजिंद्र सिंह राणा प्रधान सरस्वती नगर, उदयसिंह कुंजल प्रधान रादौर, सतपाल मानकपुर प्रधान सडोरा, सुखदेव सिंह प्रधान बिलासपुर, करणवीर सलेमपुर उपप्रधान छछरौली, सुभाष शर्मा सबीलपुर उपप्रधान सढोरा आदि किसान मौजूद थे।
जिला मुख्यालयों पर आज से भाकियू के धरने
कैथल (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द तीनों कृषि अध्यादेश वापस लें। यदि सरकार ने ऐसा नहीं किया तो 15 सितंबर से प्रदेशभर में सभी जिला मुख्यालयों में किसानों का धरना शुरू होगा और सरकार को अध्यादेश देने का दोबारा 5 दिन का समय दिया जाएगा। यदि इसके बाद भी सरकार नहीं जागी तो 20 सितंबर को हरियाणा भर को सील कर दिया जाएगा। हर मार्ग पर जाम लगाकर किसान प्रदर्शन करेंगे। इसी तरह अगर मांगे नहीं मानी तो 27 सितंबर तक प्रदेश में यात्राएं करके और लोगों को इस आंदोलन से जोड़ा जाएगा और समापन पर बड़ा सम्मेलन होगा। ढांड बस स्टैंड स्थित भाकियू कार्यालय में बातचीत करते हुए कसाना ने कहा कि कल जींद मीटिंग में सभी किसान संगठनों की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि तीनों अध्यादेश रद्द न होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
लाठीचार्ज, अध्यादेशों के खिलाफ फूंका सरकार का पुतला
कैथल (हप्र) : आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध व केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन अध्यादेशों को रद्द की मांग को लेकर ढांड के बाबा बिहारी चौंक पर सरकार का पुतला फूंका। गुस्साये संगठन के लोगों ने नारेबाजी करते हुए बिजली बिल संशोधन 2020 वापस लेने, हरियाणा में बीमारी से बर्बाद हुई कपास की फसल का 50 हजार रु. प्रति एकड़ मुआवजा देने की भी मांग की। प्रदर्शनकारी अंबानी को छूट, किसानों की लूट नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, डीजल के दाम आधे करो, कारपोरेट भगाओ, किसान बचाओ, एमएसपी सरकारी खरीद से हाथ खींचने, कंपनी ठेके पर खेती, जमाखोरी-कालाबाजारी बढ़ाने वाले तीनों अध्यादेश वापस लो के नारे लगा रहे थे। आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष कामरेड बाबूराम व जिला सचिव कामरेड राजकुमार सारसा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान-मजदूरों की रैली पर लाठीचार्ज करना और उन पर मुकदमें बनाना घोर निंदनीय है। ये मुकदमे वापस लिए जाएं। आज के इस प्रदर्शन में जिला कमेटी सदस्य कृष्ण चंद, संजू, रवि कुमार, दर्शन सिंह, सुभाष चन्द्र, बीरभान, चमेल सिंह, काकू आदि शामिल थे।
लाठीजार्च के घायलों को किया सम्मानित
इन्द्री (निस) : पिपली में गत दिवस किसानों पर हुए लाठीचार्ज में हुए घायल किसानों की हाल-चाल जानने भारतीय किसान यूनियन व किसानों का दल उपमंडल के गांव चौगावां पहुंचा और घायल हुए दो किसान चौगांवा निवासी सतीश व अशोक को माला पहनाकर सम्मानित किया। दल में भाकियू कुरुक्षेत्र जिला प्रधान कृष्णपाल, कर्म सिंह मथाना, बलकार सिंह, नवीन सुरा सहित किसान नेता मौजूद थे। गन्ना संघर्ष समिति के प्रेस सचिव मनजीत लाल्लर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता व संयोजन किया। भाकियू दल में शामिल किसान नेताओं ने घायल हुए किसानों हाल-चाल जाना। उन्होंने कहा कि निहत्थे किसानों पर हुए लाठीजार्च की भाकियू घोर निंदा करती है और मांग करती है कि आदेश देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 15 सितम्बर से जिला मुख्यालय में धरने के लिए तैयार है और 20 सितंबर को जीटी रोड पर जाम लगाकर सरकार के बंद कानों को खोला जाएगा। इस मौके पर किसान नेता भरत सिंह, शेर सिंह, रघबीर सिंह, राजपाल, बलकार व चरण सिंह मौजूद रहे।