चंडीगढ़, 2 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के पूर्व सीएम व इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला शुक्रवार को तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। उनकी ‘विशेष क्षमा’ याचिका मंजूर होने के चलते तिहाड़ जेल से उन्हें छह महीने पहले रिहा कर दिया है।
जनवरी, 2013 में उन्हें दिल्ली की रोहिणी स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने जेबीटी भर्ती मामले में 10 वर्षों की सजा सुनाई थी। फिलहाल वे कोरोना महामारी की वजह से सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत पैरोल पर तिहाड़ से बाहर थे। शुक्रवार को उन्होंने तिहाड़ में सरेंडर किया और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद जेल अथॉरिटी ने उन्हें रिहा कर दिया। चौटाला ने जेल से बाहर आते ही कहा कि वे प्रदेश के गांव-गांव का दौरा करेंगे और पार्टी के पुराने वर्करों व नेताओं को फिर से इनेलो के साथ जोड़ा जाएगा। चौटाला पुत्र अभय सिंह चौटाला द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में इस्तीफा दिए जाने के चलते जनवरी से ही यह सीट रिक्त है। 1999-2000 में हुई जेबीटी भर्ती मामले में धांधली के चलते चौटाला को दोषी ठहराया गया था। भर्ती के समय शिक्षा विभाग चौटाला के पास ही था। इस मामले में उनके बड़े बेटे व जजपा नेता डॉ़ अजय सिंह चौटाला को भी 10 साल की सजा हुई थी। अजय सिंह की सजा अभी पूरी नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने स्पेशल रिमिशन (विशेष क्षमा) नियम के तहत चौटाला की बाकी यानी लगभग छह महीने की सजा को माफ किया है।
जल्द होंगे फील्ड में
मीडिया से बातचीत में चौटाला ने कहा कि वे जल्द ही कार्यकर्ताओं के बीच होंगे। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों के हितों की आवाज उठाएंगे। फिलहाल चौटाला कुछ दिन गुरुग्राम आवास पर ही आराम करेंगे। पिछले दिनों सड़क दुर्घटना में उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। उनके हाथ में चोट भी लगी है। शुक्रवार को वे जब तिहाड़ गए तो भी उनके हाथों पर पट्टी बंधी हुई थी।