जींद, 9 नवंबर (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग में सीधे एसएमओ की भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने के विरोध में हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने अपना विरोध शुरू कर दिया है। मंगलवार को एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेशभर के चिकित्सकों ने काले बिल्ले लगा कर नागरिक अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी में ओपीडी की और इस फैसले को लेकर विरोध जताया।
चिकित्सकों का कहना था कि विभाग ने पहले भी इस तरह का निर्णय लिया था, लेकिन विरोध के बाद फैसला वापस ले लिया था। अब फिर से विभाग ने एसएमओ की सीधी भर्ती निकालने के प्रयास में हैं। अगर एसएमओ की सीधी भर्ती होती है तो सालों से जनता की सेवा कर रहे चिकित्सक पदोन्नति से वंचित रह जाएंगें। मंगलवार सुबह अस्पताल खुलते ही चिकित्सकों की बैठक हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के उपप्रधान डा. रघुबीर पूनिया की अध्यक्षता में हुई। इसमें सचिव डा. अरुण व सहसचिव डा. राजेश भोला शामिल हुए। उपप्रधान डा. रघुबीर पूनिया व सह सचिव डा. राजेश भोला ने कहा कि एसएमओ की सीधी भर्ती का विभाग विरोध करता है। अगर एसएमओ के पद खाली हैं तो उनको चिकित्सकों की पदोन्नति करके भरा जाए। केंद्र सरकार व बिहार राज्य में लागू पे स्केल हरियाणा में लागू किया जाए। 2019 में मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया था और फाइनेंस विभाग को भेजने के बात कही थी, लेकिन आज तक वहां से मंजूरी नहीं मिली है।
रेवाड़ी (निस) : हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएसए) की मांगों को स्वीकार किए जाने के बावजूद उन पर अब तक अमल नहीं होने के विरोध में मंगलवार को डाक्टरों ने रेवाड़ी व बावल के सामान्य अस्पतालों में काले बिल्ले लगाकर कार्य किया।
एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. अनिल कुमार ने कहा कि एसोसिएशन की पूर्व मानी गई मांगों पर अमल नहीं होने के विरोध में आज यह विरोध प्रदर्शन का निर्णय राज्य स्तर पर लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी मांगों पर सहमति जताई थी। उन्होंने कहा कि 2015 के बाद एसोसिएशन के विरोध करने पर एसएमओ की सीधी भर्ती सरकार ने बंद कर दी थी। लेकिन अब इसे फिर से शुरू करने की तैयारी की जा रही है। जबकि सीनियर डाक्टरों को पदोन्नत कर एसएमओ बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 12 नवंबर को भी 2 घंटे के लिए कार्य का बहिष्कार किया जाएगा।
वर्षों से कार्यरत डाक्टर्स को मिले पदोन्नति
फरीदाबाद (हप्र) : स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा मांगों की अनदेखी किए जाने पर मंगलवार को जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल के चिकित्सकों ने काले रिबन लगाकर विरोध जताया। यदि सरकार ने मांग नहीं मानी तो 12 नवंबर को दो घंटे के लिए ओपीडी सेवाएं प्रभावित रहेंगी। एचसीएमएस के जिला प्रधान डा. सुशील अहलावत ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा सीधे एसएमओ पदों पर भर्ती की जा रही है, जिसका एसोसिएशन विरोध करती है। एसएमओ पदों पर सीधी भर्ती करने की बजाय कई वर्षों से कार्यरत चिकित्सकों को पदोन्नति दी जानी चाहिए। एचसीएमएस के प्रदेश महासचिव डा.राजेश श्योकंद ने बताया कि सरकार बिल्कुल भी उन चिकित्सकों से न्याय नहीं कर रही है, जो कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के लिए कार्य कर रहे हैं। इन चिकित्सकों ने कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर में अपने प्राणों की परवाह नहीं की। चिकित्सकों को उनका अधिकार मिलना चाहिए।