जींद, 23 नवंबर (हप्र)
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के सदस्यों ने मंगलवार को उपायुक्त की मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन सदस्यों ने कहा कि एसएमओ की सीधी भर्ती सहित अन्य मांगों को लेकर सरकारी चिकित्सक दो घंटे की पैन डाउन हड़ताल व काले बिल्ले लगा कर अपना रोष जता चुके हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। अब एसोसिएशन द्वारा आगामी 5 दिसंबर को करनाल में शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। फिर भी अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो वह ठोस निर्णय लेंगे। इसकी जिम्मेवारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों की होगी।
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रधान डा. देवेंद्र बिंदलिश, उप प्रधान डा. रघुवीर पूनिया, सचिव डा. अरुण, सहसचिव डा. राजेश भोला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एसएमओ की सीधी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। इससे स्वास्थ्य विभाग में सालों से काम कर रहे चिकित्सकों के पदोन्नति के द्वार न के बराबर रह जाएंगे। अगर विभाग में एसएमओ के पद रिक्त हैं तो उन्हें पदोन्नति आधार पर भरा जाना चाहिए, लेकिन विभाग ऐसा न कर सीधे एसएमओ भर्ती कर रहा है, जोकि उनके हितों पर कुठाराघात है।
पे-स्केल में सौतेले व्यवहार का आरोप
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पे-स्केल के मामले में सौतेला व्यवहार कर रहा है। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पे-स्केल को लेकर उनकी मांग को मान भी लिया था, लेकिन आज तक उस मांग को अमलीजामा नहीं पहनाया गया है। सरकारी चिकित्सकों को एसीपी इस समय पांच, 10, 15 वर्ष के अंतराल पर मिल रही है जोंकि चार, नौ, 13 व 15 वर्ष पर मिलनी चाहिए।