करनाल, 9 मार्च (हप्र)
प्रदेश सरकार द्वारा रोडवेज चालकों को अन्य विभागों में समायोजित करने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। हरियाणा रोडवेज चालक संघ ने कहा कि परिवहन विभाग में बसों की कमी है, जिससे कर्मचारी और जनता दोनों ही दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। हरियाणा रोडवेज चालक संघ के राज्य प्रधान कृष्ण कादियान व राज्य महासचिव कर्मबीर नरवाल ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते ही रोडवेज में लगभग एक हजार चालक सरप्लस हो गए हैं। रोडवेज के बेड़े में कम से कम 10 हजार नयी बसों की जरूरत है। सरकार नई बसें चलाने की बजाय चालकों को अन्य विभागों में समायोजित करने जा रही है। यह निर्णय सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों को संघ बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार 867 नयी बसों को लाने का दावा पिछले पांच सालों से करती आ रही हैं, मगर एक भी नई बस नहीं चलाई गई। रोडवेज के बेड़े में नई बसें आएंगी तो विभाग में कोई सरप्लस चालक नहीं रहेगा। सभी अपनी डयूटी करेंगे। नई बसें शामिल होने से नए चालकों की जरूरत पड़ेगी।
राज्य प्रधान कृष्ण कादियान व महासचिव कर्मबीर नरवाल ने सभी रोडवेज यूनियनों को एक मंच पर आने का आह्वान भी किया है।