बाढड़ा, 22 अगस्त (निस)
उपमंडल के राजस्व विभाग द्वारा रबी 2020 की ओलावृष्टि प्रभावित फसलों के लिए जारी किए गए मुआवजे की कुल राशि में से 8 करोड़ की वापसी करने के निर्णय की सूचना मिलते ही किसान संगठनों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। भाकियू की अगुवाई में किसान संगठनों ने आपात बैठक बुलाकर मुआवजा राशि को सभी 6 हजार किसानों के खातों में भिजवाने की मांग करते हुए राशि वापस भेजने पर कस्बे में भूखहड़ताल शुरू करने का अल्टीमेटम दे दिया।
कस्बे के सरछोटूराम किसान भवन में भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा की अध्यक्षता में हुई। आपात बैठक में महासचिव हरपाल भांडवा ने कहा कि पिछले वर्ष के रबी व खरीफ सीजन दोनों समय में ही प्राकृतिक आपदाओं से पहले सरसों गेहूं व फिर कपास, बाजरे की फसल तबाह हो गयी थी, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो किसानों ने रोष मार्च निकाला। उसके बाद सरकार ने अलग-अलग समय में स्पेशल गिरदावरी करवा कर रबी सत्र के पीड़ितों के लिए 17 करोड़ की मुआवजा राशि दी। उन्होंने कहा कि शर्तें लगाकर कुल मुअावजा राशि में से लगभग आधा यानी आठ करोड़ की रकम को वापस विभाग को भेजा जा रहा है, जो प्रभावित किसानों के साथ भद्दा मजाक है। इस मौके पर उनके अलावा किसान भारतीय पार्टी अध्यक्ष महेन्द्र जेवली, प्रेरक एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष मा. विनोद मांढी इत्यादि मौजूद थे।
करेंगे बेमियादी भूखहड़ताल
हरपाल भांडवा ने कहा कि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो भाकियू उपमंडल अधिकारी कार्यालय के समक्ष बेमियादरी भूखहड़ताल आरंभ करेगी, जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी।