सोनीपत, 31 जनवरी (हप्र)
गणतंत्र दिवस पर हुए उपद्रव के बाद बिगड़े माहौल के बीच अब कहीं किसानों के पक्ष में पंचायतें हो रही हैं तो कहीं ट्रैक्टर मार्च निकाला जा रहा है। रविवार को सरोहा खाप ने छोटूराम धर्मशाला में पंचायत की। इस पंचायत में आंदोलन का समर्थन करने तथा सरकार की ओर से फैलाए जाए रहे भ्रम की आलोचना की गई। जाट जोशी से मास्टर दयानंद ने पंचायत की अगुवाई की।
सरोहा खाप की पंचायत में अब तक शहीद हुए किसानों के लिए सबसे पहले मौन रखा गया। इसके बाद पंचायत में सर्वसम्मति से तय हुआ है कि खाप चौधरी एक फरवरी को 500 से अधिक वाहनों के काफिले के साथ कुंडली बार्डर पर जाएंगे और आंदोलन का समर्थन करेंगे। इससे पहले अनाज मंडी में खाप के सदस्य एकत्रित होंगे और यहां से ट्रैक्टर व अन्य वाहनों से तिरंगा सदभावना यात्रा निकालते हुए धरनास्थल पर पहुंचेगे। पंचायत में किसानों के साथ सरकार की ओर से की जा रही ज्यादती को लेकर भी निंदा प्रस्ताव पास किया गया। पंचायत को प्रवक्ता अशोक सरोहा ने भी संबोधित किया। वहीं गांव कालूपुर, लहराडा, बैंयापुर, हरसाना, जठेडी, जाटजोशी, राठधना, लिवासपुर गढ़ शहजानपुर, अहमदपुर के ग्रामीण पंचायत में मुख्य रूप से पहुंचे।
कई दिनों से किसान आंदोलन का विरोध कर रहे कुछ लोगों को जवाब देने के लिए रविवार को खादर इलाके के गांव की ओर से सदरभावना तिरंगा ट्रैक्टर परेड निकाली गई। गांव-गांव से होते हुए यह परेड धरनास्थल पर पहुंची और किसानों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। यात्रा की अगुवाई कामरेड शमशेर सिंह, रामकिशन तुसीर, प्रकाश, अनिल तुसीर, बिरखा, गौरा, राजपाल, राजमल, बलवान, मुकेश बोका भोला नंबरदार, अमित नंबरदार ने की।
महिलाएं नाचते हुए पहुंची धरनास्थल
इन सबके बीच बढ़खालसा गांव से सैकड़ों महिलाएं एवं पुरुष ढोल नगाड़ों के साथ धरनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को भरोसा दिया कि वह निश्चिंत रहें, उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं आने देंगे। ग्रामीण ओम सिंह प्रधान, गुरुवेंद्र प्रधान और आनंद दहिया आदि ने बताया कि गांव के कुछ लोग लगातार इस तरह का प्रचार कर रहे थे बढ़खालासा गांव विरोध कर रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि पूरा गांव किसानों के साथ है और किसी तरह का विरोध नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी गतिरोध को दूर करने के लिए वह आज ढोल नगाडों के साथ नाचते-गाते किसानों के धरनास्थल पर पहुंचे हैं। ताकि किसी तरह की गफलत में कुछ लोग ना रहें। उन्होंने कहा कि वह किसी भी सूरत में किसानों के आंदोलन को कमजोर नहीं होने देंगे। किसानों की सुरक्षा से लेकर हर जरूरत का पूरा ख्याल ग्रामीण रखेंगे।