चरखी दादरी, 20 नवंबर (हप्र)
गांव मांढी केहर में शामलाती भूमि पर भूजल विभाग द्वारा जोहड़ खुदाई पर ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव पास कर पूर्ण रूप से विराम लगा दिया है। सरपंच अशोक कुमार की अध्यक्षता में ग्रामसभा और गांव के मौजित व्यक्तियों की मौजूदगी में ग्राम सचिव अजय कुमार ने जोहड़ खुदाई पर रोक लगाने और पंचायती भूमि को अन्य योजना में प्रयोग लिए जाने पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर दिया है। गांव के मुख्य चौक में ग्रामसभा की बैठक आयोजित की गई। विचार विमर्श के बाद सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।
पिछले दस दिन से जोहड़ खुदाई मामले को लेकर भू जल विभाग और ग्रामीणों में ठन गई थी। ग्रामीणों का आरोप था कि बिना जरूरत और बिना प्रस्ताव जोहड़ की खुदाई की जा रही है। ग्रामीणों ने पहले से खोदे दोनों जोहड़ों में पानी भरने की मांग की थी तथा और जोहड़ खोदे जाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी।
गांव मांढी केहर के सरपंच अशोक कुमार ने इस पर दो बार पहले भी ग्रामीणों को बुलाकर कर पूरी जानकारी दी थी और विभाग द्वारा जबरन पंचायती जमीन पर मिलीभगत करके कब्जा करने की बात कही थी। इस ग्रामीण भू जल विभाग पर भड़क गए और काम को बंद करवा दिया था। बाद में भी विभाग द्वारा जबरन जोहड़ खोदे जाने पर पंचायत ने एसडीओ सूरजभान और जेई दीपक कुमार द्वारा जोहड़ नहीं खुदवाने बारे में लिखित में मांगा तो पंचायत ने लिखकर दिया था कि उन्हें किसी जोहड़ की आवश्यकता नहीं है।
इस मौके पर सूबेदार राजेंद्र सिंह, मांगेराम, रामरूप पंच, नवरत्न पंच, सुखबीर सिंह, आनंद सिंह, सुंदर, ढिल्लू बागड़ी, अनिल कुमार, कर्ण सिंह, रामबीर, अजीत, शमशेर, जयप्रकाश सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
एसडीएम को सौंपी प्रति
पंचायत ने कमेटी बनाकर एसडीएम सुरेश दलाल को कार्यालय पहुंच पारित प्रस्ताव की प्रति व ज्ञापन सौंपा। एसडीएम सुरेश दलाल ने पंचायत की बात को सुनकर मौके पर इरिगेशन और रेवेन्यू विभाग को बुलाकर सारी जानकारी प्राप्त कर कार्य को तुरंत प्रभाव से रोकने के आदेश दिए थे। आख़िर में स्थायी समाधान के लिए पंचायत के मौजिज व्यक्ति राज्यसभा सांसद किरण चौधरी से मिले और इसकी शिकायत की। किरण चौधरी ने पंचायत की बात मानते हुए नहरी विभाग के कनिष्ठ अभियंता अधिकारी को फोन कर तुरंत प्रभाव से कार्य को रोकने के आदेश दिए और पंचायत को लिखकर कनिष्ठ अभियंता से मिलने के लिए कहा जिसके बाद पंचायत ने सोमवार को कनिष्ठ अभियंता अधिकारी के कार्यालय पहुंचकर खुदाई रोके जाने की मांग की ।