बिजेंद्र सिंह/एस
पानीपत, 28 फरवरी
आईओसीएल की 11 रिफाइनरियों में पानीपत स्थित इंडियन ऑयल की रिफाइनरी अब सबसे बढ़ी होगी। इंडियन ऑयल बोर्ड ने दो दिन पहले ही पानीपत रिफाइनरी की 32,946 करोड़ रुपए से विस्तार करने की परियोजना को मंजूरी दी है। पानीपत रिफाइनरी की तेल शोधन क्षमता मौजूदा 15 मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष से बढ़कर 25 मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष होगी। रिफाइनरी के विस्तार परियोजना का कार्य सितंबर 2024 तक पूरा होना है। बता दे कि इंडियन ऑयल की पानीपत रिफाइनरी सातवीं रिफाइनरी है, जोकि उत्तरी भारत के हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर , चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान आदि राज्यों को पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई देती है। वहीं रिफाइनरी का विस्तार होने से आसपास के क्षेत्र के लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूपे से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और इससे केंद्र व प्रदेश सरकार के राजस्व मे भी इजाफा होगा।
एथनाल बनाने का प्रोजेक्ट होगा शुरू
पानीपत रिफाइनरी विस्तार होने के उपरांत सबसे एडवांस रिफाइनरी बनने जा रही है। यहां पर उपयोग न होने वाली गैस को जलाने की बजाय, उससे एथनाल बनाने का प्रोजेक्ट शुरू होने वाला है। इसके अलावा पराली से भी एथनाल बनाने का प्लांट लग रहा है। गैस व पराली से एथनाल बनाने से पर्यावरण प्रदूषण पर भी बड़े स्तर पर रोक लग सकेगी।