चंडीगढ़, 4 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने बृहस्पतिवार को भी कांग्रेस विधायकों को मुलाकात का समय नहीं दिया। इससे नाराज़ विधायक यहां एमएलए हॉस्टल में इकट्ठा हुए और राजभवन तक पैदल शांति मार्च किया। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने विरोध-प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ पुलिस ने कांग्रेसियों को राजभवन से ठीक पहले यूटी गेस्ट हाउस के बाहर ही बैरिकेड्स लगाकर रोक लिया।
कांग्रेस विधायका बारिश में यहां पहुंचे। मीडिया से बातचीत में हुड्डा ने कहा कि वे 4 बार लिखित में राज्यपाल से मुलाकात का समय मांग चुके हैं, लेकिन राज्यपाल मिल नहीं रहे। सुबह फोन पर राजभवन में बात हुई तो पहले कहा गया कि राज्यपाल बीमार हैं। विधायक जब राजभवन के नजदीक पहुंचे तो उन्हें कहा गया कि राज्यपाल यहां नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। राज्यपाल के नाम दिए ज्ञापन में किसान आंदोलन को लेकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के खिलाफ हैं और केंद्र सरकार इन्हें तुरंत वापस ले। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए नया कानून बनाया जाए। एमएसपी से कम खरीद करने वालों पर कार्रवाई का प्रावधान हो।
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला के विधानसभा से इस्तीफे को भाजपा के लिए फायदेमंद बताते हुए हुड्डा ने कहा कि अभय ने साबित कर दिया कि वे भाजपा के साथ मिलकर राजनीति कर रहे हैं। अच्छा होता अभय विधानसभा में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में खड़े होते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बजट सत्र के पहले दिन ही सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी और अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने वाले ही किसान हितैषी होंगे।
पैदल शांति मार्च करने वालों में पूर्व मंत्री किरण चौधरी, गीता भुक्कल, रघुबीर कादियान, बीबी बतरा, जगबीर मलिक, कुलदीप वत्स, शकुंतला खटक, अमित सिहाग, मोहम्मद इलियास, मेवा सिंह, इंदूराज नरवाल ‘भालू’ सहित कई विधायक व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल रहे। इसके बाद सरकारी कोठी पर प्रेस कान्फ्रेंस में हुड्डा ने कहा कि जनता की आवाज राज्यपाल तक पहुंचाना प्रतिपक्ष का संवैधानिक अधिकार और प्रतिपक्ष की बात सुनना राज्यपाल का कर्तव्य है। प्रतिपक्ष को मिलने का समय न देकर राज्यपाल संवैधानिक दायित्व का निर्वहन नहीं कर रहे हैं।
हलके में नहीं जा पा रहे सत्ता दल के नेता
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लोगों के विरोध के चलते मुख्यमंत्री, मंत्री तथा भाजपा-जजपा विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में नहीं जा पा रहे। सत्ता समर्थित कुछ विधायक जनता के बीच में सरकार के विरोध की बात करते हैं, लेकिन चडीगढ़ आकर सरकार को समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से गठबंधन सरकार डरी हुई है, इसलिए स्पीकर ने बिना नोटिस और वक्त दिए कालका विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता रद्द कर दी।
लोग करें गठबंधन नेताओं का विरोध : कादियान
बेरी विधायक रघुबीर कादियान ने कहा कि लोगों को भाजपा-जजपा विधायकों व नेताओं का विरोध करना चाहिए। वे जब भी हलके में आएं तो उन पर इस्तीफा देने का दबाव बनाना चाहिए।